तिरुवनंतपुरम | केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने शनिवार को होटल कारोबारी द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप पर राज्य के वित्त मंत्री के.एम.मणि का बचाव किया। चाडी ने संवाददाताओं से कहा, "व्यवसायी द्वारा लगाया गया यह आरोप आधारहीन है। उसने (व्यवसायी) कहा कि वह मेरे पास आया और मुझे इस भ्रष्टाचार के बारे में बताया। ऐसा कभी नहीं हुआ और मैं उससे पूछना चाहता हूं कि वह कब, कहां और किसके साथ आए थे और मुझसे मिले थे।"बार मालिक बिजू रमेश ने एक टेलीविजन चैनल पर कहा कि मणि ने केरल में 418 बार खोलने के बदले पांच करोड़ रुपये मांगा था। वित्त वर्ष की शुरुआत से इन बारों को बंद करने के आदेश दिए गए थे। केरल बार होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश ने कहा कि एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने दो करोड़ रुपये किस्तों में मणि को कोट्टायम स्थित उनके आवास पर दिया था। रमेश ने यह खुलासा भी किया कि उन्होंने इस भ्रष्टाचार का खुलासा चांडी के समक्ष किया था। रमेश ने टेलीविजन बहस के दौरान कहा, "अगर गलत साबित होता हूं, तो मैं केरल सरकार को अपनी सभी संपत्ति सौंपने को तैयार हूं और आत्मदाह के लिए भी तैयार हूं।" चांडी ने कहा कि केरल की जनता मणि को बेहद अच्छे तरीके से जानती है। मुख्यमंत्री ने कहा, "उन्हें कुछ और बातें कहने दें, क्योंकि मैं लोगों से खुले तौर पर मिलता हूं। क्योंकि इसमें मेरा नाम आया है तो उन्हें और ब्यौरा देने दें। मैं यह कह सकता हूं कि मणि के खिलाफ लगे आरोप आधारहीन हैं और जांच की जरूरत नहीं है। मुझे पता है आरोप झूठे हैं।" मणि (81) केरल कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, जो कि चांडी सरकार की तीसरी बड़ी सहयोगी पार्टी है। मणि ने संवाददाताओं से कहा कि वह खुद पर लगे आधारहीन आरोपों से हतप्रभ हैं। उन्होंने कहा, "अगर पार्टी के आलोचक यह सोचते हैं कि वे मुझे और मेरी पार्टी को ऐसे आरोपों से शांत कर देंगे, तो वे गलत हैं। मुझे लगता है कि इसके पीछे षडयंत्र है जिसकी जांच होनी चाहिए।" विपक्ष के नेता वी.एस.अच्युतानंदन ने संवाददाताओं से कहा कि सीबीआई जांच ही सच्चाई को सामने लाएगी। अच्युतानंदन ने कहा, "यह सिर्फ मणि की बात नहीं है, जो इसमें शामिल हैं, बल्कि भ्रष्टाचार में अन्य मंत्री भी शामिल हैं और इसलिए सीबीआई जांच की जरूरत है।"