• पटेल की जयंती पर दौड़ा देश,शक्ति स्थल पर नहीं गए मोदी

    नई दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को रन फॉर यूनिटी (एकता की दौड़) कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर हजारों लोगों ने राजपथ से लेकर इंडिया गेट तक की दौड़ लगाई। देश के विभिन्न हिस्सों में दौरान इस दौड़ का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री ने विजय चौक पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम के दौरान कहा, सरदार ने हमें एक भारत दिया और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे श्रेष्ठ भारत बनाएं। मोदी ने कहा कि पटेल ने आजादी के बाद रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मोदी ने कहा कि भारत विविधताओं का देश, एक गुलदस्ता है।...

    प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना देशभर पटेल की याद में हुआ दौड़ का आयोजनहजारों लोगों ने राजपथ पर लगाई दौड़शक्ति स्थल पर नहीं गए मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को श्रीमती इंदिरा गांधी की 30वीं पुण्यतिथि पर उनकी समाधि (शक्ति स्थल) नहीं गए। हालांकि मोदी ने ट्विट करके दिवंगत नेता को याद जरूर किया। उन्होंने सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भी इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि का सिर्फ उल्लेख किया। यह पहला मौका है जब राजधानी में रहते हुए कोई प्रधानमंत्री उनके समाधि स्थल पर नहीं गया। नई दिल्ली !  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को रन फॉर यूनिटी (एकता की दौड़) कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर हजारों लोगों ने राजपथ से लेकर इंडिया गेट तक की दौड़ लगाई। देश के विभिन्न हिस्सों में दौरान इस दौड़ का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री ने विजय चौक पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम के दौरान कहा, सरदार ने हमें एक भारत दिया और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे श्रेष्ठ भारत बनाएं।  मोदी ने कहा कि पटेल ने आजादी के बाद रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मोदी ने कहा कि भारत विविधताओं का देश, एक गुलदस्ता है। प्रधानमंत्री ने जाति धर्म और वर्ग भेद से उपर उठने का किया आह्वान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री .लौह पुरुष. सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आज समस्त देशवासियों से धर्म .जाति और वर्ग भेद से उपर उठ कर देश सेवा के लिए खुद को र्समपित करने का आह्वान करते हुए कहा कि श्री पटेल को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी 1  प्रधानमंत्री ने कहा .विभिन्नता में एकता ही हमारी सांस्कृतिक विरासत का आधार है।हमें धर्म .भाषा.जाति और वर्ग भेद से उपर उठना है।राज्य अनेक.राष्ट्र एक .रंग एक और तिरंगा एक. ही हमारा मूल मंत्र है।..     उन्होंने सरदार पटेल का स्मरण करते हुए कहा .ऐसे महापुरूष राष्ट्र की धरोहर होते हैं जो आने वाली पीढियों में उत्साह और उमंग का संचार करते हैं।सरदार पटेल ने अपना समस्त जीवन राष्ट्र के लिए आहूत कर दिया था। वह एक ऐसे नेता थे जिन्होंने किसानों को संगठित कर अग्रेंजों की सत्ता हिला दी थी।पटेल का प्रभाव इतना था कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी उनके बिना अधूरे थे।..     श्री मोदी सुबह राजधानी के पटेल चौक पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प चढाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विजय चौक  से इंडिया गेट तक आयोजित की गयी .एकता दौड. में शामिल होने आए लोगों को संबोधित कर रहे थे।      उन्होंने कहा.. सरदार  पटेल ने देश के लिए जो कुछ किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता।हम अपने विचारों के आधार पर इतिहास और विरासत को अलग.अलग नजर से नहीं देख सकते।ऐसा देश जो अपने इतिहास को भूला देता है वह कभी इतिहास नहीं बना सकता।प्रधानमंत्री ने देश के लिए श्री पटेल के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि उनकेअद्भुत कौशल .दूर दृष्टि और राष्ट्रप्रेम की भावना से ही भारत एक संगठित राष्ट्र बन सका।यह लौह पुरूष का आजाद भारत के लिए सबसे बडा योगदान रहा है।  उन्होंने कहा कि अग्रेंज सत्ता का हस्तांतरण करने के बाद यही चाहते थे कि विभाजित हो चुका भारत आगे भी कयी छोटे. छोट स्वतंत्र राज्यों में बंटा रह जाए लेकिन श्री पटेल ने ऐसा नहीं होने दिया और अपने राजनीतिक कौशल से पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरो दिया।  उन्होंने इस अवसर पर महात्मा गांधी और श्री पटेल की नजदीकियों का जिक्र करते हुए कहा कि इन  नेताों में वैचारिक और भावनात्मक दोंनो ही स्तर पर प्रगाढता थी जो महात्मा के जीवन के अंतिम क्षणों तक वैसी ही बनी रही थी।  प्रधानमंत्री ने सवा आठ बजे विजय चौक से एकता दौड को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया 1यह दौड विजय चौक से इंडिया गेट तक आयोजित की गयी। इस दौड में समाज के सभी वर्ग के लोगों खासकर विभिन्न कालेजों. राष्ट्रीय कैडेट कोर .एनसीसी. और राष्ट्रीय सेवा योजना .एनएसएस. के युवाों ने हिस्सा लिया।  सरकार ने पिछले सप्ताह ही सरदार पटेल की जयंती को हर वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निणरय लिया था। इस अवसर पर राजधानी दिल्ली समेत देश के सभी प्रमुख शहरो में एकता दौड के आयोजित करने का फैंसला भी लिया गया था। प्रधानमंत्री के इंदिरा गांधी की समाधि पर न जाकर सरकार ने अपनी संकीर्ण सोच का परिचय दिया है। यह देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वालों के प्रति भेदभावपूर्ण और असम्मान का रवैया है:आनंद शर्मा, प्रवक्ता कांग्रेस

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