मछुआरों को मिली सजा के बाद जागी सरकारनई दिल्ली ! भारतीय मछुआरों को श्रीलंका की अदालत द्वारा सुनाई गई सजा ए मौत के फैसले के बाद भारत सरकार की ओर से मछुआरों को बचाने की कोशिश तेज कर दी गई है। भारत ने विश्वास जताया, श्रीलंका में जिन पांच भारतीय मछुआरों को मौत की सजा मिली है उन्हें जल्द ही न्याय मिलेगा और वे भारत आ सकेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, श्रीलंका की एक अदालत ने पांच भारतीय मछुआरों को मौत की सजा सुनाई है तथा सरकार वकीलों के माध्यम से इस फैसले को ऊंची अदालत में चुनौती देगी। प्रवक्ता ने कहा, सरकार मानती है कि मछुआरों के साथ न्याय नहीं हुआ है। भारतीय उच्चायुक्त की कोलंबों में वकीलों के साथ विस्तृत चर्चा हुई है। उच्चायोग अदालत के फैसले की वास्तविक प्रति मिलने की प्रतीक्षा कर रहा है। उसके मिलने पर ऊंची अदालत में अपील की जाएगी। श्री अकबरूद्दीन ने कहा कि सरकार श्रीलंकाई अदालत के इस फैसले से चिंतित है तथा यह बात श्रीलंका की सरकार को उच्च स्तर पर पहुंचा दी गई है। इनमें वहां के विदेश मंत्री एवं रक्षा मंत्री भी शामिल हैं। क्या है मामलाकोलंबों की एक अदालत ने पांच भारतीय मछुआरों एवं तीन श्रीलंकाई नागरिकों को मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में मौत की सजा सुनाई है। रामेश्वरम के रहने वाले इन मछुआरों को नवंबर 2011 को श्रीलंकाई नौसेना ने पकड़ा था। फैसले का तमिलनाडु में विरोधमछुआरों को दी गई सजा के खिलाफ तामिलनाडु में सबसे ज्यादा विरोध हुआ है, तामिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम ने इस मामले में प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करने की मांग की है। तामिलनाडु में सरकार व विपक्ष दोनों ने इस मामले में एकजुटता दिखाई है।