• मोदी को नजरअंदाज करके नवाज को बुलाना इमाम की सुर्खियों में बने रहने की चाह

    नयी दिल्ली ! केंद्र सरकार ने दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी द्वारा उनके उत्तराधिकारी नायब इमाम की .दस्तारबंदी. में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नजरअंदाज करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को न्योता देने के लिए आज उन पर सख्त टिप्पणी की 1 शाही इमाम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी.उपाध्यक्ष राहुल गांधी. भारतीय जनता पार्टी. भाजपा. के नेता हर्षवद्र्धन. विजय गोयल. गृह मंत्री राजनाथ सिंह और शाहनवाज हुसैन और कई अन्य राजनीतिक नेताों तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री शरीफ . काबा के मुख्य इमाम अब्दुर रहमन अल सुदेश. तुर्की और उज्बेकिस्तान के मुफती को निमंत्रण भेजा लेकिन श्री मोदी को न्योता नहीं दिया।...

    नवाज को बुलाना शाही इमाम की सुर्खियों में रहने की चाह का अंजामनयी दिल्ली !   केंद्र सरकार ने दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी द्वारा उनके उत्तराधिकारी नायब इमाम की .दस्तारबंदी. में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नजरअंदाज करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को न्योता देने के लिए आज उन पर सख्त टिप्पणी की 1    शाही इमाम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी.उपाध्यक्ष राहुल गांधी. भारतीय जनता पार्टी. भाजपा. के नेता हर्षवद्र्धन. विजय गोयल. गृह मंत्री राजनाथ सिंह और शाहनवाज हुसैन और कई अन्य राजनीतिक नेताों तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री शरीफ . काबा के मुख्य इमाम अब्दुर रहमन अल सुदेश. तुर्की  और उज्बेकिस्तान के मुफती को निमंत्रण भेजा लेकिन श्री मोदी को न्योता नहीं दिया।    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कहा .. कुछ ऐसे लोग होते हैं जो हमेशा सुर्खियों में रहने की कोशिश में लगे होते हैं। शाही इमाम के विचार और उनका नजरिया कुछ खास मायने नहीं रखता है। उल्लेखनीय है कि शाही इमाम ने गुजरात दंगों के लिए श्री मोदी के द्वारा माफी न मांगे जाने का हवाला देते हुए उन्हें दस्तारबंदी का न्योता नहीं दिया। सैयद बुखारी के पुत्र 19 वर्षीय सैय्यद शाबान बुखारी की दस्तारबंदी 22 नवंबर को जामा मस्जिद में होगी और उस दिन वह शाही इमाम के उत्तराधिकारी बन जायेंगे।    शाही इमाम के मीडिया सलाहकार के अनुसार शाही इमाम का मानना है कि भारत के मुसलमानों ने श्री मोदी को अपना नेता नहीं माना हैं. इसलिए उन्हें दस्तारबंदी का न्योता नहीं भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को श्री मोदी पर भरोसा नहीं है और 2002 के गुजरात दंगों के घाव नहीं भरे हैं।    जामा मस्जिद के प्रथम शाही इमाम सैय्यद गफूर शाह बुखारी बने थे। उन्हें मुगल सम्राट शाहजहां ने मध्य एशिया के बुखारा से बुलाया था। इसके बाद शाही इमाम के पद पर उनके परिवार का सदस्य बनता रहा है।

अपनी राय दें