• फ्रांस से बिगड़ी बात तो ब्रिटेन तैयार

    नई दिल्ली ! ब्रिटेन ने आज कहा, यदि राफेल विमान की आपूर्ति के लिए फ्रांस के साथ भारत की बातचीत टूट जाती है तो वह अभी भी भारत को बहुउपयोगी लडाकू विमान यूरोफाइटर देने को तैयार है। ब्रिटेन ने यह भी कहा है कि वह भारत के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत रक्षा उत्पादन में सहयोग भी करना चाहता है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री माइकल फालोन ने कहा, उन्होंने भारत को रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के बारे में रक्षा मंत्री अरूण जेटली के साथ चर्चा की है। ...

    ब्रिटेन ने अभी तक नहीं छोड़ी भारत से उम्मीदब्रिटेन भारत के रुख का सम्मान करता है लेकिन यदि फ्रांस के साथ उसका सौदा परवान नहीं चढ़ता है तो वह भारत के साथ फिर से बातचीत करने को तैयार है :माइकल फालोन, रक्षा मंत्री ब्रिटेनई दिल्ली !  ब्रिटेन ने आज कहा, यदि राफेल विमान की आपूर्ति के लिए फ्रांस के साथ भारत की बातचीत टूट जाती है तो वह अभी भी भारत को  बहुउपयोगी लडाकू विमान यूरोफाइटर देने को तैयार है।  ब्रिटेन ने यह भी कहा है कि वह भारत के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत रक्षा उत्पादन में सहयोग भी करना चाहता है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री माइकल फालोन ने कहा, उन्होंने भारत को रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के बारे में रक्षा मंत्री अरूण जेटली के साथ चर्चा की है।  फ्रांस के राफेल विमान से पिछड़े अपने विमान यूरोफाइटर के बारे में उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत के रुख का सम्मान करता है लेकिन यदि फ्रांस के साथ उसका सौदा परवान नहीं चढ़ता है तो वह भारत के साथ फिर से बातचीत करने को तैयार है। इस सौदे के बारे में पिछले तीन वर्षों से बातचीत चल रही है। भारत में फ्रांस के राजदूत फ्रेंकोइस रिचियर ने बुधवार को कहा था कि भारत के साथ बातचीत सही रास्ते पर है। यूरोपीय देशों के अलावा अमरीका और रूस ने भी भारत को बहुउपयोगी लडाकू विमानों की आपूर्ति में रुचि दिखाई है। श्री फालोन ने कहा कि ब्रिटेन रक्षा क्षेत्र का अग्रणी निवेशक है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भारत के विकास के एजेन्डे में मदद करना चाहता है। उन्होंने कहा,  श्री मोदी का एफडीआई के लिए दृष्टिकोण फस्र्ट डिवलपमैंट इंडिया रक्षा क्षेत्र में लागू किया जा सकता है। ब्रिटिश रक्षा मंत्री ने भारत, ब्रिटेन भागीदारी को आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए महत्वपूर्ण बताया। आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से दुनिया भर में शांति और सुरक्षा को खतरे का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह खतरा अब सीरिया और इराक की सीमा लांघ रहा है। इस तरह की समस्याओं से निपटने में भारत ब्रिटेन के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा, तालिबान के आतंकवाद का भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग के बिना मुकाबला नहीं किया जा सकता था। राफेल से पिछड़ गया था यूरोफाइटरभारत द्वारा वायु सेना के लिए विमानों को खरीदने की प्रक्रिया में फ्रांस के राफेल के साथ यूरोफाइटर व अमरीका के एफ-16, एफ-18 व रूस के विमानों ने भी निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लिया था, लेकिन अंत में मुकाबला राफेल और यूरोफाइटर के बीच हुआ, जिसमें राफेल ने बाजी मारी थी।

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