नई दिल्ली ! केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार के उत्तरदायी होने के लिए आडिट जांच को जरूरी बताते हुए बुधवार को भारतीय नियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (सीएजी) को अपनी रिपोर्टों को सनीसनीखेज बनाने से बचने की सलाह दी। जेटली ने कहा, आडिट जांच करते हुए सीएजी को यह ध्यान रखना चाहिए कि निर्णय हो चुके हैं। सीएजी को निर्णय की नहीं बल्कि निर्णय प्रक्रिया की जांच करनी चाहिए। उसे सुर्खियों में नहीं फंसना चाहिए। उन्होंने कहा, लेखा परीक्षकों को सक्रिय होना चाहिए लेकिन संयम भी बरतना चाहिए। निर्णयो में भाई भतीजावाद और भ्रष्टाचार समाप्त करने की दिशा में काम करना चाहिए। सीएजी को आवश्यक रूप से गलत निर्णय और भ्रष्ट निर्णय में अंतर करना चाहिए।