• मतीउर रहमान को फांसी की सजा

    ढाका ! बांग्लादेश के एक विशेष न्यायाधिकरण ने बुधवार को जमात-ए-इस्लामी प्रमुख मतीउर रहमान निजामी को 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान युद्ध अपराध एवं अत्याचार के मामले में सजा-ए-मौत सुनाया है। मीडिया ने यह जानकारी दी। समाचार पत्र, डेली स्टार के मुताबिक, निजामी ने बांग्लादेश के गठन को विफल करने के लिए पाकिस्तानी सेना के मिलीशिया संगठन, अल-बद्र का नेतृत्व किया था।...

    1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान युद्ध अपराध के ठहराए गए दोषीढाका !  बांग्लादेश के एक विशेष न्यायाधिकरण ने बुधवार को जमात-ए-इस्लामी प्रमुख मतीउर रहमान निजामी को 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान युद्ध अपराध एवं अत्याचार के मामले में सजा-ए-मौत सुनाया है। मीडिया ने यह जानकारी दी। समाचार पत्र, डेली स्टार के मुताबिक, निजामी ने बांग्लादेश के गठन को विफल करने के लिए पाकिस्तानी सेना के मिलीशिया संगठन, अल-बद्र का नेतृत्व किया था। निजामी को अंतरराष्टï्रीय अपराध न्यायाधिकरण-1 ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के लगभग चार दशक बाद शुरू हुई ऐतिहासिक सुनवाई में उन पर लगाए गए 16 आरोपों में से आठ के लिए दोषी पाने के बाद आजीवन कारावास की सजा भी सुनाई है। पूर्व उद्योग एवं कृषि मंत्री निजामी (71) के खिलाफ तय आरोपों में 43 साल पहले नौ महीनों तक चले रक्तपात के दौरान बुद्धिजीवियों की हत्या, नरसंहार, बलात्कार, और लूट जैसे अपराधों का नेतृत्व करने जैसे आरोप शामिल हैं। निजामी ने 2001 से 2003 तक कृषि मंत्री का पदभार संभाला था।

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