• संघ के पत्र में छपे लेख से मचा बवाल

    नई दिल्ली ! राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने मलयालम भाषा के मुखपत्र 'केसरीÓ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बजाय देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को निशाना बनाए जाने संबंधी लेख की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि संघ का इनसे कोई लेना देना नहीं है। संघ के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने शनिवार को कहा, यह लेखक के निजी विचार है और संघ का इनसे कोई वास्ता नहीं है। संघ का बयान संघ की केरल इकाई के मुखपत्र 'केसरीÓ में प्रकाशित एक लेख के बाद आया है जिसमें कहा गया है कि नाथूराम गोडसे को महात्मा गांधी की बजाय पंडित नेहरू को निशाना बनाना चाहिए था। यह लेखक भारतीय जनता भाजपा के स्थानीय नेता गोपाल कृष्णन ने लिखा है।...

    कांग्रेस ने भाजपा व आरएसएस पर उठाए सवाल गोपालकृष्णन के लेख को संघ ने बताया लेखक के विचार संघ के मुखपत्र केसरी में छपा था गोपालकृष्ण का लेख कांग्रेस ने भाजपा व प्रधानमंत्री पर उठाए सवालनई दिल्ली !   राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने मलयालम भाषा के मुखपत्र 'केसरीÓ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बजाय देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को निशाना बनाए जाने संबंधी लेख की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि संघ का इनसे कोई लेना देना नहीं है। संघ के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने शनिवार को कहा, यह लेखक के निजी विचार है और  संघ का इनसे कोई वास्ता नहीं है। संघ का बयान संघ की केरल इकाई के मुखपत्र 'केसरीÓ में प्रकाशित एक लेख के बाद आया है जिसमें कहा गया है कि नाथूराम गोडसे को महात्मा गांधी की बजाय पंडित नेहरू को निशाना बनाना चाहिए था। यह लेखक भारतीय जनता भाजपा के स्थानीय नेता गोपाल कृष्णन ने लिखा है।श्री वैद्य ने कहा कि संघ एक आंदोलन है और विचार तथा आचार में किसी भी तरह की हिंसा की हमेशा निंदा करता है। इसलिए गोपालकष्णन के विचारों सें सहमत नहीं है। उन्होंने कहा, हम एक आंदोलन के तौर पर ऐसे विचारों से अपने आप को न केवल अलग करते हैं बल्कि इनकी निंदा भी करते हैं। संघ कड़े शब्दों में वैचारिक और शारीरिक हिंसा की निंदा करता है।कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्विटर पर कहा है कि क्या संघ से जुड़े रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री और राज्यपाल इस मामले में कुछ बोलेंगे। वेे इसकी निंदा करेंगे या चुप्पी साधेंगे। श्री सिंघवी ने कहा, यह लेख भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वास्तविक चरित्र को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि एेसे लेख के पीछे जो सोच है, वह फासीवादी और खतरनाक है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, क्या हम उस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां संघ इतिहास फिर से लिखेगा। इस मामले में संघ और भाजपा चुप क्यों है। संघ प्रमुख और भाजपा अध्यक्ष को इस पर अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने कहा,  इससे पता चलता है कि उनका संघ का हिंसा में विश्वास है।  विभाजन के लिए नेहरू को बताया था जिम्मेदारलेख में कहा गया है कि विभाजन के लिए महात्मा गांधी की जगह पंडित नेहरू को जिम्मेदार माना जाना चाहिए तथा गांधी की हत्या के साथ ही तमाम गड़बडिय़ों के लिए नेहरू जिम्मेदार हैं। लेख में कहा गया है कि नाथुराम गोडसे को महात्मा गांधी की बजाय पंडित जवाहर लाल नेरू को निशाना बनाना चाहिए था।  संघ एक आंदोलन है और विचार तथा आचार में किसी भी तरह की हिंसा की हमेशा निंदा करता है। वह गोपालकृष्णन के विचारों सें सहमत नहीं है। मनमोहन वैद्य, संघ प्रचारकयह लेख भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वास्तविक चरित्र को प्रदर्शित करता है। एेसे लेख के पीछे जो सोच है वह फासीवादी और खतरनाक है:अभिषेक मनु सिंघवी, प्रवक्ता कांग्रेसभाजपा को इस लेख में अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए और बताना चाहिए कि ये पार्टी के विचार है या लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। यह लेख भाजपा के चरित्र को दर्शाता है:डी राजा, राष्टï्रीय सचिव भाकपापुलिस को इस मामले के कानूनी पहलुओं की जांच करने के आदेश दिए हैं और संघ की केरल इकाई के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने को कहा है :रमेश चेनिथल, गृहमंत्री केरल

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