• भाजपा-शिवसेना में नहीं बन रही बात

    नई दिल्ली ! विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा-शिवसेना के बीच आई तल्खी अभी तक दूर नहीं हो पाई है। महाराष्टï्र विधानसभा में सबसे ज्यादा सीटें जीतकर भी सत्ता से थोड़ी दूर रह गई भाजपा शिवसेना का समर्थन हासिल तो करना चाहती है लेकिन अपनी शर्तों के साथ जो शिवसेना को मंजूर नहीं है। शिवसेना गठबंधन सहयोगी की तौर पर जो मंत्रालय भाजपा से मांग रही है, भाजपा वह देने को तैयार नहीं है, साथ ही साथ शिवसेना को सरकार में सीमित मंत्री पद दिए जाने के हक में भाजपा दिखाई दे रही है। जिससे शिवसेना को काफी असहज दिखाई दे रही है। ऐसे में अब सभी की निगाहें रविवार को प्रधानमंत्री की चाय पार्टी पर टिक गई हैं। क्योंकि इस दौरान प्रधानमंत्री अपने गठबंधन सहयोगियों से चर्चा करेंगे। ...

     मोदी के कार्यक्रम से उद्धव ने किया किनारानई दिल्ली !   विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा-शिवसेना के बीच आई तल्खी अभी तक दूर नहीं हो पाई है। महाराष्टï्र विधानसभा में सबसे ज्यादा सीटें जीतकर भी सत्ता से थोड़ी दूर रह गई भाजपा शिवसेना का समर्थन हासिल तो करना चाहती है लेकिन अपनी शर्तों के साथ जो शिवसेना को मंजूर नहीं है। शिवसेना गठबंधन सहयोगी की तौर पर जो मंत्रालय भाजपा से मांग रही है, भाजपा वह देने को तैयार नहीं है, साथ ही साथ शिवसेना को सरकार में सीमित मंत्री पद दिए जाने के हक में भाजपा दिखाई दे रही है। जिससे शिवसेना को काफी असहज दिखाई दे रही है।ऐसे में अब सभी की निगाहें रविवार को प्रधानमंत्री की चाय पार्टी पर टिक गई हैं। क्योंकि इस दौरान प्रधानमंत्री अपने गठबंधन सहयोगियों से चर्चा करेंगे। मोदी की चाय पार्टी में सबसे ज्यादा निगाह शिवेसना-भाजपा के बीच पुराने रिश्तों में फिर से गर्माहट आने पर टिकी हुई हैं। इस दौरान शिवसेना के सांसद तो उपस्थित रहेंगे लेकिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे दूर रहेंगे। ऐसे में अब सब की नजरें चाय पार्टी के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के महाराष्टï्र दौरे पर टिक गई हैं। इसी दौरान उद्धव व राजनाथ की मुलाकात हो सकती है।ज्ञात हो, विधानसभा चुनावों में 123 सीटें जीतकर सत्ता के बेहद करीब पहुंची भाजपा इस बार शिवसेना के दबाव में नहीं आना चाहती। दूसरी ओर शिवसेना भाजपा से 1995 के समझौते के अनुसार उपमुख्यमंत्री पद के साथ ही साथ आधे मंत्रालयों पर भी हक जमा रही है, जिसमें गृह एवं लोकनिर्माण विभाग जैसे मंत्रालय भी शामिल हैं।विपक्ष में बैठ सकती है शिवसेनाविधानसभा चुनावों में दोनों दलों की बीच आई तल्खी के बाद अब भाजपा महाराष्टï्र में शिवसेना की किसी भी शर्त को मानने के लिए तैयार नहीं है। भाजपा ने साफ कर दिया है कि यदि शिवसेना भाजपा की शर्तों को मानने के लिए तैयार नहीं है तो भाजपा महाराष्टï्र में अल्पमत सरकार गठन का फैसला भी कर सकती है। ऐसे में शिवसेना भी विपक्ष में बैठने का फैसला कर सकती है।मोदी से उद्धव की नहीं हुई मुलाकातप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिलायंस फाउंडेशन के अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में आज शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे नहीं पहुंचे। श्री ठाकरे को प्रधानमंत्री के साथ मंच पर बैठने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन श्री ठाकरे वहां नहीं गए। ऐसे में एक बार इस बात की चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि सरकार गठन को लेकर भाजपा-शिवसेना के बीच बातचीत फिर पटरी से उतर गई है।

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