• उत्तर प्रदेश के 66 मंत्री बर्खास्त, 16 को अभयदान

    लखनऊ ! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए सूबे के 66 दर्जा प्राप्त मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष नवीन चन्द्र बाजपेयी समेत सोलह लोगों को इस कार्रवाई से अलग कर उन्हें अभयदान दे दिया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार विभिन्न विभागों के अध्यक्ष व सलाहकार पद पर विराजमान लगभग 66 दर्जा प्राप्त मंत्री मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई से प्रभावित हुए हैं।...

    लखनऊ !   उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए सूबे के 66 दर्जा प्राप्त मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष नवीन चन्द्र बाजपेयी समेत सोलह लोगों को इस कार्रवाई से अलग कर उन्हें अभयदान दे दिया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार विभिन्न विभागों के अध्यक्ष व सलाहकार पद पर विराजमान लगभग 66 दर्जा प्राप्त मंत्री मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई से प्रभावित हुए हैं।सरकारी प्रवक्ता के अनुसार जिन सोलह लोगों को बर्खास्त नहीं किया गया है उनमें उप्र राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष नवीन चन्द्र बाजपेयी, उप्र भाषा संस्थान के डॉ. गोपाल दास नीरज, उप्र हिन्दी संस्थान के उदय प्रताप, हिन्दुस्तानी अकेडमी इलाहाबाद के अध्यक्ष सुनील जोगी, यूपी एग्रो के अध्यक्ष तारकेश्वर मिश्र, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जावेद आब्दी, सलाहकार व्यावसायिक शिक्षा विभाग फरचन्द अहमद प्रमुख रूप से शामिल हैं।हालांकि अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि इन दर्जा प्राप्त मंत्रियों को बर्खास्त क्यों किया गया है, लेकिन दीपावली के ठीक दो दिन बाद मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई से राजधानी के सियासी हलके में हलचल बढ़ गई है। अधिकतर दर्जा प्राप्त मंत्री दीपावली के अवसर पर इस समय अपने गृह जनपदों में हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई के बाद वे भी सकते में हैं।गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों के बाद भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 36 दर्जाप्राप्त राज्य मंत्रियों की लाल बत्ती छीनने का आदेश जारी कर दिया था। हालांकि बाद में इनमे से कई मंत्रियों को उनकी लाल बत्ती वापस दे दी गई थी। कुछ दिन पहले सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में भी पार्टी मुखिया ने कुछ इस तरह की कार्रवाई की बात कही थी

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