• माली में इबोला से पहली मौत

    माली में इबोला विषाणु से संक्रमित दो वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है। इस देश में इबोला संक्रमण और उससे हुई मौत का यह पहला मामला है। माली के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि कर दी है। ...

    लंदन | माली में इबोला विषाणु से संक्रमित दो वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है। इस देश में इबोला संक्रमण और उससे हुई मौत का यह पहला मामला है। माली के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि कर दी है। बीबीसी की रपट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि यह बच्ची पड़ोसी देश गिनी से बस में सवार होकर यहां आई थी और उसमें इबोला बीमारी के लक्षण दिखाई दिए थे। इस बच्ची के संपर्क में आए 40 से अधिक लोगों को अलग चिकित्सा निगरानी में ले लिया गया है। बच्ची को कायेस शहर स्थित एक अस्पताल में बुधवार को भर्ती कराया गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था। बच्ची गिनी से बामको होते हुए 1,000 किलोमीटर से अधिक लंबी यात्रा कर कायेस पहुंची थी। डब्ल्यूएचओ ने कहा है, "इबोला संक्रमित अवस्था में बच्ची द्वारा इतनी लंबी बस यात्रा खासतौर से चिंताजनक है, क्योंकि इस दौरान कई सारे लोग उसके संपर्क में आए होंगे।" बच्ची की मां ने कुछ सप्ताह पहले ही गिनी में दम तोड़ दिया था और उसके बाद बच्ची को माली स्थित उसके रिश्तेदारों के यहां लाया गया था। गिनी, लाइबेरिया और सिएरा लियोन में इबोला से सर्वाधिक 4,800 मौतें हो चुकी हैं। बच्ची की मौत के साथ माली इस बीमारी से संक्रमित होने वाला छठा पश्चिम अफ्रीकी देश बन गया है। सेनेगल और नाइजीरिया को अभी तक डब्ल्यूएचओ ने विषाणु मुक्त घोषित कर रखा है। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता फेदला चैब ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ ने माली में इबोला से निपटने की अपनी क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए तीन विशेषज्ञ तैनात कर रखे हैं और अगले कुछ दिनों में कम से कम चार विशेषज्ञ और भेजे जाएंगे।

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