• मोदी सरकार में भी मंत्री कमाना शुरू कर दिए

    नई दिल्ली ! केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद से तीन मंत्रियों की संपत्ति में एक करोड़ की वृद्धि हुई है। केंद्रीय मंत्रियों में अरुण जेटली सबसे अमीर हैं। यह जानकारी नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की ओर से शुक्रवार को जारी संयुक्त बयान में सामने आई है। पिछले पांच महीने में रेलमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा की संपत्ति में सबसे अधिक वृद्धि हुई है।...

    तीन केंद्रीय मंत्रियों की संपत्ति 5 माह में करोड़ बढ़ी 5 माह में सदानंद गौड़ा की संपत्ति में सबसे अधिक वृद्धि नई दिल्ली !  केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद से तीन मंत्रियों की संपत्ति में एक करोड़ की वृद्धि हुई है। केंद्रीय मंत्रियों में अरुण जेटली सबसे अमीर हैं। यह जानकारी नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की ओर से शुक्रवार को जारी संयुक्त बयान में सामने आई है। पिछले पांच महीने में रेलमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा की संपत्ति में सबसे अधिक वृद्धि हुई है।एक बयान के अनुसार, "केंद्रीय मंत्रियों की तरफ से प्रधानमंत्री कार्यालय को दी गई संपत्ति की जानकारी के अनुसार, गौड़ा की संपत्ति 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान घोषित 9.88 करोड़ रुपये से बढ़कर 20.35 करोड़ रुपये हो गई है। यानी उनकी संपत्ति में 10.46 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।एक बयान के अनुसार, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम राज्यमंत्री राधाकृष्णन पी. इस मामले में दूसरे स्थान पर काबिज हैं। उनकी संपत्ति में 2.98 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है, जबकि वित्तमंत्री अरुण जेटली की संपत्ति में 1.01 करोड़ रुपये वृद्धि हुई है।प्रधानमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराए गए संपत्ति ब्योरे के मुताबिक सरकार के 41 मंत्री या 91 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं।केंद्रीय मंत्रियों में जेटली सबसे अमीर हैं, जिनके पास 114.03 करोड़ रुपये हैं। इनके बाद हरसिमरत कौर बादल (108.31 करोड़ रुपये) और पीयूष गोयल (94.66 करोड़ रुपये) हैं।प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट पर की गई घोषणा के मुताबिक, मंत्रियों की औसत संपत्ति 14.32 करोड़ रुपये है।बयान के अनुसार, 16 मंत्रियों की संपत्ति में कमी देखी गई है।बयान के मुताबिक, "विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की संपत्ति में 3.89 करोड़ रुपये की कमी देखी गई है। (लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी संपत्ति 17.55 करोड़ रुपये थी।) इसके बाद पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास राज्यमंत्री वी.के.सिंह की संपत्ति में 3.13 करोड़ रुपये की कमी हुई है। (लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी संपत्ति 4.11 करोड़ रुपये थी।) उनके बाद स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन है, जिन्होंने अपनी संपत्ति में 1.28 करोड़ रुपये की कमी घोषित की है।"बयान में कहा गया है कि संपत्तियों में बदलाव की मुख्य वजह मंत्रियों की संपत्ति घोषणा में किसी तरह के मानक का इस्तेमाल न करना रहा है।

अपनी राय दें