• सरदार पटेल जयंती होगी 'राष्ट्रीय एकता दिवस'

    मुंबई ! केंद्र सरकार ने 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस या राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। मुम्बई में बुधवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा बुलाई गई एक आधिकारिक बैठक में भाग लेने के बाद केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार, सरदार पटेल द्वारा भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान और भारत की राष्ट्रीय अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए दिये गए योगदान के बारे में जागरूकता लाना चाहती है। ...

    मुंबई !   केंद्र सरकार ने 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस या राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। मुम्बई में बुधवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा बुलाई गई एक आधिकारिक बैठक में भाग लेने के बाद केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार, सरदार पटेल द्वारा भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान और भारत की राष्ट्रीय अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए दिये गए योगदान के बारे में जागरूकता लाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल को भारत के लौह-पुरुष के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के तुरंत बाद विभिन्न रजवाड़ों को भारत में मिलाने और आधुनिक भारत के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किये थे। इसलिए उनकी जयंती को राष्ट्रीय अखंडता के दिवस के रूप में मनाना उचित ही है। आज की बैठक में भाग लेने वाले केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरदार पटेल के योगदान के बारे में काफी कम जागरुकता है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी हाल ही में पता चला है कि दसवीं कक्षा के इतिहास की पुस्तक में सरदार पटेल का जिक्र सिर्फ एक ही बार आया है। सरकार ने 'राष्ट्रीय एकता दिवस' को एक लोकप्रिय जन-आन्दोलन बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए समाज के सभी वर्गो से योगदान मांगा गया है। इस बारे में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा की जानकारी देते हुए जावडेकर ने कहा कि 'रन फॉर यूनिटी' कस्बों और गांवों समेत पूरे देश के विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस कार्यक्रम में स्वयं भाग लेंगे और इस मौके पर रेडियो पर एक छोटा सा सम्बोधन भी देंगे। जावडेकर ने बताया कि शाम को सभी जिला मुख्यालयों की सड़कों पर पुलिस और एनसीसी, एनएसएस, स्काउट्स और गाइड्स तथा होमगार्डस जैसे सभी संगठन परेड का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बारे में सभी विभागों को आवश्यक जानकारी जारी कर दी गई है। मंत्री ने यह भी बताया कि एक-दो दिनों में वेबसाइट और विज्ञापनों के जरिए यह जानकारी भी दे दी जाएगी कि आम लोग कैसे इस दौड़ का हिस्सा बन सकते है। सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के करमसांड में हुआ था। पेशे से एक सफल बैरिस्टर वल्लभ भाई पटेल महात्मा गांधी के नेतृत्व में चल रहे भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में शामिल हो गये और बाद में वे इस आन्दोलन के एक कद्दावर नेता के रूप में सामने आए। उन्होंने गुजरात के खेडा, बोरसाड़ और बाढ़दोली के किसान आन्दोलनों को आयोजित करने और ब्रिटिश शासन के विरुद्ध 'भारत छोड़ो आन्दोलन' को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण नेता की भूमिका निभाई। वर्ष 1947-49 के दौरान 500 से अधिक स्वतंत्र रजवाड़ों को भारत में शामिल कराने का श्रेय उन्हीं को जाता है।

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