• भाजपा महाराष्ट्र में दिवाली के बाद बनाएगी सरकार

    महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जल्दी में नहीं दिखती और सरकार गठन की प्रक्रिया दिवाली के बाद अगले सप्ताह शुरू हो सकती है। यह जानकारी पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को दी। महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री तय करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ सहयोगी जे.पी. नड्डा के साथ केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मंगलवार को मुंबई पहुंचने वाले थे, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा लगातार दो बार स्थगित कर दी, और अब वह अगले सप्ताह मुंबई पहुंचेंगे।...

    मुंबई | महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जल्दी में नहीं दिखती और सरकार गठन की प्रक्रिया दिवाली के बाद अगले सप्ताह शुरू हो सकती है। यह जानकारी पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को दी। महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री तय करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ सहयोगी जे.पी. नड्डा के साथ केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मंगलवार को मुंबई पहुंचने वाले थे, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा लगातार दो बार स्थगित कर दी, और अब वह अगले सप्ताह मुंबई पहुंचेंगे।राजनाथ ने नई दिल्ली में मीडिया कर्मियों से मंगलवार को कहा, "मैं आज नहीं जा रहा हूं। मैं दिवाली बाद मुंबई जा सकता हूं।" राज्य भाजपा को पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से बिना शर्त समर्थन का भरोसा मिल चुका है। पार्टी ने कम से कम एक अल्पमत सरकार गठित करने के अपने स्वतंत्र प्रयास जारी रखने का फैसला किया है। भाजपा ने 18 निर्दलीय विधायकों में से एक दर्जन से अधिक विधायकों से तथा छोटी और क्षेत्रीय पार्टियों के विधायकों से संपर्क किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता दावा कर रहे हैं कि इन निर्दलियों और छोटे व क्षेत्रीय दलों के समर्थन से भाजपा एक अल्पमत सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।  भाजपा सूत्र यह भी कहते हैं कि बाद में राकांपा और बहुजन विकास अघाडी के तीन विधायकों के समर्थन से विधानसभा में विश्वासमत आसानी से हासिल कर लिया जाएगा। इस बीच शिवसेना ने 'इंतजार करो और देखो' की नीति अपना रखी है, और भाजपा की तरफ से गठबंधन का कोई स्वीकार्य प्रस्ताव न आने पर विपक्ष में बैठने की इच्छा भी जाहिर की है।  288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और उसके सहयोगियों ने कुल 123 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि शिवसेना को 63 सीटें मिली हैं। राज्य में 15 वर्षो से लगातार सत्ता में रही कांग्रेस को 42 और राकांपा को 41 सीटें मिली हैं। बाकी सीटें या तो निर्दलियों या क्षेत्रीय दलों ने जीती हैं।  288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में सामान्य बहुमत के लिए किसी पार्टी को 145 सीटों की जरूरत है। भाजपा गठबंधन को 123 सीटें मिली हैं और शिवसेना 63 लेकर दूसरे स्थान पर है। पूर्व में सत्तारूढ़ कांग्रेस को 42 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 41 सीटें हासिल हुई हैं


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