• शर्तों में फंसा समझौता, बराबर की हिस्सेदारी पर अड़े उद्धव

    नई दिल्ली/मुंबई ! शिवसेना के साथ मिलकर महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनाने की कवायद 'पहले तुम, पहले तुमÓ के राजनीतिक दांवपेंच में उलझ कर अब शर्तों की पेंच में फंस गई है। शिवसेना के सुर नरम तो हुए हैं लेकिन पार्टी यह संदेश नहीं देना चाहती कि वह भाजपा के सामने झुक गई है। दोनों दलों के बीच सत्ता में हिस्सेदारी को लेकर कई फार्मूलों पर अंदरखाने चर्चा चल रही है, लेकिन अभी तक कोई सर्वमान्य हल नहीं निकल सका है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा शिवसेना को सत्ता में हिस्सेदार बनाने को तो तैयार है, लेकिन हिस्सेदारी विधायकों की संख्या के आधार पर तय होगी, जबकि शिवसेना 1995 के समझौते के अनुसार, सत्ता में हिस्सेदारी चाहती है।...

    भाजपा के खिलाफ मेरे मन में कोई अहंकार नहीं है। यदि भाजपा की ओर से सरकार बनाने के संबंध में कोई प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा : उद्धव ठाकरे, शिवसेना प्रमुख     नई दिल्ली/मुंबई !   शिवसेना के साथ मिलकर महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनाने की कवायद 'पहले तुम, पहले तुमÓ के राजनीतिक दांवपेंच में उलझ कर अब शर्तों की पेंच में फंस गई है। शिवसेना के सुर नरम तो हुए हैं लेकिन पार्टी यह संदेश नहीं देना चाहती कि वह भाजपा के सामने झुक गई है। दोनों दलों के बीच सत्ता में हिस्सेदारी को लेकर कई फार्मूलों पर अंदरखाने चर्चा चल रही है, लेकिन अभी तक कोई सर्वमान्य हल नहीं निकल सका है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा शिवसेना को सत्ता में हिस्सेदार बनाने को तो तैयार है, लेकिन हिस्सेदारी विधायकों की संख्या के आधार पर तय होगी, जबकि शिवसेना 1995 के समझौते के अनुसार, सत्ता में हिस्सेदारी चाहती है। जिसके अनुसार, पार्टी को उप मुख्यमंत्री पद के साथ ही बराबर के मंत्रालय दिए जाने की मांग उठी है। जिसके लिए फिलहाल भाजपा तैयार होती हुए नहीं दिख रही है। दूसरी ओर शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में सोमवार को कहा कि भाजपा के खिलाफ उनके मन में कोई अहंकार नहीं है। यदि भाजपा की ओर से सरकार बनाने के संबंध में कोई प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा। भाजपा और शिवसेना एक दूसरे से हाथ मिलाने को तैयार दिख रहे हैं लेकिन प्रस्ताव कौन दे, इस पर गाड़ी 'पहले तुम, पहले तुमÓ के चक्कर में फंस गई है। विधानसभा चुनाव के नतीजों ने दोनों दलों के 25 साल पुराने रिश्तों को बहाल करने कई पेंच पैदा कर दिए हंै। वहीं भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दावा किया है कि भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा मौजूद है और पार्टी को सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के न्यौते का इंतजार है। चुनाव से पहले सीटों के बटवारे को लेकर दोनों दलों में पटरी नहीं बैठी जिस कारण वे अलग-अलग लड़े। महाराष्ट्र में पहले शिवसेना सीनियर पार्टनर हुआ करती थी और भाजपा उसकी जूनियर पार्टनर होती थी। चुनाव परिणाम आने के बाद सर्वाधिक 122 सीटें जीतने के कारण भाजपा सीनियर बन गई और 63 सीट के साथ दूसरे स्थान पर फिसल जाने के कारण शिवसेना जूनियर पार्टनर बन गई। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने विधायक दल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि विधायकों ने उद्धव ठाकरे को सारे अधिकार दे दिए हैं। राउत ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि भाजपा को समर्थन देने के संबंध में इस बैठक में कोई बात नहीं हुई। मुख्यमंत्री के चयन के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के महासचिव जगत प्रकाश  नड्डा की सोमवार को होने वाली यात्रा फिलहाल  टाल दी गई है।  सूत्रों ने  बताया कि भाजपा शिवसेना के साथ समझौता करने  के मूड में है लेकिन इस बारे में प्रस्ताव उसी की ओर से आना चाहिए। दरअसल भाजपा राज्य में सरकार बनाने की प्रक्रिया आरंभ करने से पहले शिवसेना की पहल का इंतजार करना चाहती है। सूत्रों ने बताया कि अभी तक शिवसेना की ओर से कोई प्रस्ताव या संदेश नहीं आया है लेकिन भाजपा इसके लिए इंतजार करेगी। इन्हीं कारणों को ध्यान में रखकर केंद्रीय पर्यवेक्षक सिंह और नड्डा की मुंबई यात्रा फिलहाल टाली गई है। ये दोनों नेता संभवत: मंगलवार को मुंबई आएंगे। मुख्यमंत्री की दौेड़ में कई नाम देवेंद्र फडनवीस, एकनाथ खडसे, विनोद तावडे, प्रकाश जावडेकर व पंकजा मुंडे के नामों की चर्चा  महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की रेस में प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र फडनवीस, वरिष्ठ नेता  एकनाथ खडसे व विनोद तावडे, केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर और गोपीनाथ मुंडे की पुत्री पंकजा मुंडे के नाम प्रमुख रूप से चर्चा में हैं। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पद के लिए विधायक दल के नेता चयन विधायक करेंगे और भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक संभवत मंगलवार को  हो पाएगी। इस बैठक में पार्टी के 25 साल पुराने सहयोगी शिवसेना के साथ गठबंधन के मुद्दे पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।  पर्यवेक्षक राजनाथ व नड्डा की यात्रा टली शिवसेना ने उद्धव को दिया निर्णय का अधिकार उद्धव कर रहे भाजपा के प्रस्ताव का इंतजार  निर्दलीय विधायकों को भी टटोल रही भाजपासोमैया का सरकार बनाने का दावा, न्योते का इंतजार

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