• गैस के दाम बढ़े. सीएनजी. यूरिया. बिजली महंगी हो सकती है

    नयी दिल्ली ! सरकार ने देश में उत्पादित प्राकृतिक गैस के दामों में 1.41 डालर प्रति एमएमबीटीयू की बढ़ोतरी की है। इस फैसले से सीएनजी. पीएनजी. यूरिया और गैस उत्पादित बिजली के दामों में वृद्धि हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में लिये गये फैसले के अनुसार घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 डालर एमएमबीटीयू से बढ़ाकर 5.61 डालर एमएमबीटीयू कर दी गयी है। नयी दरें 01 नवंबर से लागू होंगी और हर छह महीने पर इनकी समीक्षा की जायेगी।...

    नयी दिल्ली !  सरकार ने देश में उत्पादित प्राकृतिक गैस के दामों में 1.41 डालर प्रति एमएमबीटीयू की बढ़ोतरी की है। इस फैसले से सीएनजी. पीएनजी. यूरिया और गैस उत्पादित बिजली के दामों में वृद्धि हो सकती है।    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में लिये गये फैसले के अनुसार घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 डालर एमएमबीटीयू से बढ़ाकर 5.61 डालर एमएमबीटीयू कर दी गयी है। नयी दरें 01 नवंबर से लागू होंगी और हर छह महीने पर इनकी समीक्षा की जायेगी।    बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली और तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नयी कीमतें अगले साल मार्च तक लागू रहेंगी।    रिर्जव बैंक के पूर्व गवर्नर आर. रंगराजन की अगुवाई में गठित समिति ने घरेलू उत्पादित गैस की कीमत 4.2 डालर से बढ़ाकर 8.4 डालर प्रति एमएमबीटीयू करने की सिफारिश की थी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने इन सिफारिशों को मानते हुये 01 अप्रैल 2014 से इसे लागू करने की घोषणा की थी। आम चुनाव की घोषणा हो जाने के बाद आचार संहिता अमल में आने से यह फैसला लागू नहीं किया जा सका था।    मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद इस फैसले को तीन महीने के लिए टाल दिया गया था और रंगराजन समिति की सिफारिशों की समीक्षा करने के लिए सचिव स्तर की एक समिति गठित की गयी थी। इस समिति की सिफारिशों के आधार पर गैस के दाम 4.2 डालर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़ाकर 5.61 डालर प्रति एमएमबीटीयू कर दिये गये हैं।सरकार के इस फैसले से सीएनजी के दामों में 4.25 रुपये प्रति किलोग्राम और पाइप के जरिये घरों में आपूर्ति की जाने वाली प्राकृतिक गैस की कीमत पर 2.60 रुपये प्रति किलोग्राम का असर पड़ेगा। गैस के दाम में एक डालर की बढ़ोतरी से यूरिया की कीमतों में अमूमन 1370 रुपये प्रति टन की बढ़ोतरी होती है जबकि गैस उत्पादित बिजली की लागत भी 45 पैसे प्रति यूनिट बढ़ जाती है। देश में कुल बिजली उत्पादन का सात प्रतिशत गैस आधारित है। गैस के दाम बढ़ाने से सरकार को हर साल 3800 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।

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