अनिल जनविजय पनडुब्बियों को परमाणु बम से लैश करने की तैयारी में पाक मॉस्को ! पाकिस्तान अपने परमाणु बमों को अपनी पनडुब्बियों और युद्धपोतों पर तैनात करना चाहता है और उन्हें मिसाइलों पर तैनात करके उन्हें सामरिक रूप से तैयार रखना चाहता है। पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े कुछ विशेषज्ञों के हवाले से अमरीकी समाचारपत्र वाशिंगटन पोस्ट ने यह खबर दी है। पाकिस्तान यदि अपने परमाणु बमों को नए ढंग से तैनात करेगा तो उससे भारत सहित इस इलाके के देशों में बेचैनी का बढऩा स्वाभाविक है। इस सूचना से जो बात समझ में आ रही है, वो यह कि पाकिस्तान ने ऐसी प्रणालियां बना ली हैं, जिनकी सहायता से वह पाकिस्तानी पनडुब्बियों पर लगे कू्रज-मिसाइलों पर परमाणु बमों को तैनात कर सकता है और कम दूरी के ऐसे क्रूमसाइल भी बना लिए हैं, जिनकी सहायता से वह परमाणु बम से हमला कर सकता है। पनडुब्बियों पर परमाणु बम इसलिए तैनात किए जाएंगे ताकि ऐसे किसी भी ऐसे परमाणु हमले को नाकाम बनाया जा सके, जिसके बाद पाकिस्तान जवाब देने लायक ही नहीं रह जाएगा। सामरिक रूप से तैयार ये परमाणु बम सामान्य हथियारों के क्षेत्र में पाकिस्तान पर भारत की श्रेष्ठता और संख्या की दृष्टि से भारत की बेहतरी को समाप्त कर देंगे। पाकिस्तान ने परमाणविक हथियारों से पहले हमला करने की बात नहीं कही है। वह किसी बड़े युद्ध के दौरान परमाणु हथियार का इस्तेमाल अपनी सुरक्षा के साधन के रूप में करने की बात कर रहा है। पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को लेकर दुनिया पहले ही काफी चिन्तित है। अगर पाकिस्तान इन परमाणु बमों को नए ढंग से तैनात करेगा तो चीन सहित पाकिस्तान का कोई भी पड़ोसी देश खुद को पूरी तरह से सुरक्षित महसूस नहीं करेगा। पाकिस्तान के पास जो 100 से ज्यादा परमाणु बम हैं, उन्हें लेकर दुनिया के देश पहले ही चिंतित रहते हैं, क्योंकि पाकिस्तान में घरेलू टकराव होते रहते हैं और पाकिस्तान की घरेलू परिस्थिति ज्यादातर अस्थिर बनी रहती है। लेकिन फिर भी वे देश चुप रहते हैं क्योंकि अभी तक पाकिस्तान ने अपने परमाणु बमों को उनके वाहक-रॉकेटों या मिसाइलों से अलग रखा हुआ है। अब जब पाकिस्तान अपनी पनडुब्बियों और युद्धपोतों पर परमाणु बम तैनात करना चाहता है तो एटम बमों को उनके वाहक रॉकेटों से अलग रखने की प्रथा भी खत्म हो जाएगी।