• भारत का उदय अमेरिका के हित में'

    वाशिंगटन ! अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दोनों देशों के साझा मूल्यों, जनता के बीच संबंधों और बहुलतावादी परम्पराओं का हवाला देते हुए कहा कि मित्र और भागीदार के रूप में भारत का उदय अमेरिका के हित में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पहली द्विपक्षीय शिखर वार्ता में राष्ट्रपति ओबामा ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक विजय की सराहना की।...

    वाशिंगटन !  अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दोनों देशों के साझा मूल्यों, जनता के बीच संबंधों और बहुलतावादी परम्पराओं का हवाला देते हुए कहा कि मित्र और भागीदार के रूप में भारत का उदय अमेरिका के हित में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पहली द्विपक्षीय शिखर वार्ता में राष्ट्रपति ओबामा ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक विजय की सराहना की।साझा बयान में दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच ऐसी व्यापक रणनीतिक और वैश्विक भागीदारी की सराहना की जो दोनों देशों और दुनिया भर के नागरिकों को ज्यादा खुशहाल बनाने तथा उन्हें सुरक्षा प्रदान करना जारी रखेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत के जिम्मेदार और प्रभावशाली विश्व शक्ति बनने की दिशा में अमेरिका उसका सैद्धांतिक भागीदार है इसलिए भारत, उसके साथ भागीदारी को अहमियत देता है। दोनों नेताओं ने स्वीकार किया कि द्विपक्षीय रिश्तों को दोनों देशों में जबरदस्त समर्थन प्राप्त है, जिसकी बदौलत सरकारें बदलने के बावजूद रणनीतिक भागीदारी फलती-फूलती रही है। दोनों नेताओं ने राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मजबूत करने के लिए रक्षा सहयोग का विस्तार करने की अपनी इच्छा जाहिर की। दोनों नेताओं ने इस बात पर प्रतिबद्धता दोहरायी कि भारत और अमेरिका स्थाई मित्रता कायम करेंगे, जिसमें दोनों पक्ष रक्षा प्रौद्योगिकी हस्तांतरणए व्यापारए अनुसंधान, सह-उत्पादन और सहविकास क्षेत्रों सहित एक दूसरे के साथ नजदीकी भागीदार के रूप में एक दूसरे के साथ समान व्यवहार करेंगे।दोनों नेताओं ने आतंकवाद और आपराधिक गतिविधियों के सुरक्षित ठिकानों तथा अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, डी कंपनी और हक्कानिस जैसे संगठनों के नेटवर्क के लिए सभी वित्तीय तथा नीतिगत समर्थन नष्ट करने के लिए संयुक्त और ठोस प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया। साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति ध्यान दिलाते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और अमरीका में महिलाओं द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका जिसे भारत द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान द्वारा भी प्रदर्शित किया गया, का ध्यान दिलाया। दोनों देश महिलाओं की भूमिका को बढ़ाने के लिए महिला आधिकारिता वातार्लाप आयोजित करेंगे और महिलाओं के विरूद्ध हिंसा के प्रति कोई सहनशीलता न रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।अंतर्राष्ट्रीय अप्रसार और निर्यात नियंत्रण नीति को मजबूत करने के प्रति राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने परमाणु वितरक समूह (एनएसजी) मिसाइल तकनीक नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) वेसनार समझौत और ऑस्ट्रेलिया समूह में भारत की क्रमबद्ध प्रवेश के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की। राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि भारत एमटीसीआर की आवश्यकताओं को पूर्ण करता है और एनएसजी की सदस्यता के लिए तैयार है। उन्होंने सभी चारों व्यवस्थाओं में भारत के प्रवेश और शीघ्र अनुप्रयोग का समर्थन किया।राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण द्वारा दक्षिण, दक्षिणपूर्व और मध्य एशिया को जोड़ने के लिए आधारभूत संयोजकता और आर्थिक विकास कोरीडोर पर शीघ्रता से कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दोहराया कि अमेरिका नए सिल्क मार्ग और भारत-प्रशांत आर्थिक कारीडोर के द्वारा भारत के पड़ोसी देशों और विस्तृत क्षेत्र से संपर्क को प्रोत्साहन दे रहा है, जिससे वाणिज्य और ऊर्जा का मुक्त प्रवाह हो सके।

अपनी राय दें