• महाराष्ट्र : मोदी की प्रस्तावित चुनावी सभाओं से उद्धव नाखुश

    शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को इस बात पर हैरत जताई कि आखिर उनकी पार्टी की पूर्व सहयोगी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ढेर सारी चुनावी सभाओं को संबोधित कराने की जरूरत क्यों महसूस हो रही है। ठाकरे ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, "वे कहते हैं कि राज्य में मोदी लहर है। यह गुजरात नहीं है। यदि वास्तव में ऐसी कोई लहर है तो फिर क्यों भाजपा ने राज्य के चुनाव में प्रधानमंत्री की इतनी अधिक रैलियां करने की योजना बनाई है।"...

    मुंबई | शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को इस बात पर हैरत जताई कि आखिर उनकी पार्टी की पूर्व सहयोगी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ढेर सारी चुनावी सभाओं को संबोधित कराने की जरूरत क्यों महसूस हो रही है। ठाकरे ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, "वे कहते हैं कि राज्य में मोदी लहर है। यह गुजरात नहीं है। यदि वास्तव में ऐसी कोई लहर है तो फिर क्यों भाजपा ने राज्य के चुनाव में प्रधानमंत्री की इतनी अधिक रैलियां करने की योजना बनाई है।"यह साफ करते हुए कि उन्हें मोदी से वैर नहीं है, ठाकरे ने कहा कि भाजपा की प्रदेश इकाई द्वारा प्रधानमंत्री को इतनी ज्यादा रैलियां करने के लिए आमंत्रित करना हैरत पैदा करने वाला है। महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होंगे।यह अभी तक साफ नहीं हुआ है कि मोदी कितनी रैलियां संबोधित करेंगे। अनुमान है कि वे 22 रैलियां तक संबोधित करेंगे। उद्धव ने यह भी कहा कि वे अभी तक यह थाह नहीं लगा पा रहे हैं कि आखिर भाजपा ने शिवसेना के साथ 25 वर्ष पुराना गठबंधन क्यों तोड़ लिया।सीटों के तालमेल पर बात नहीं बनने के बाद दोनों पार्टियों के बीच 25 सितंबर को गठबंधन टूट गया। ठाकरे ने कहा, "हमने गठबंधन नहीं तोड़ा। हम तो गठबंधन कायम रखने में विश्वास करते थे, लेकिन उन्होंने अचानक तोड़ लिया। हमें अभी तक पता नहीं चला है, आखिर क्यों। हमें राज्य की जनता के सामने इस तथ्य को पेश करना चाहिए।" केंद्रीय मंत्रिमंडल से एकमात्र सदस्य अनंत गीते को हटाने के सवाल पर ठाकरे ने सफाई दी कि पार्टी को केंद्र में किसी पद की लालसा नहीं है।


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