• मोदी-ओबामा शिखर वार्ता :रक्षा व आतंकवाद पर बनी सहमति

    वाशिंगटन ! अमरीका और भारत के बीच रणनीतिक भागीदारी को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच (मंगलवार) रात यहां पहली शिखर वार्ता हुई। शिखर बैठक के बाद मोदी और ओबामा ने साझा बयान जारी किया। आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त संघर्ष की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए भारत और अमरीका ने आपसी रक्षा सहयोग दस वर्ष और बढ़ाने की घोषणा की।...

    ओबामा से मिलकर मुझे खुशी हुई है। मंगल पर भारत और अमरीका के मिलने के बाद हम यहां मिल रहे हैं। मैंने उनको  परिवार समेत भारत आने का न्योता दिया है: नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री भारतवाशिंगटन !    अमरीका और भारत के बीच रणनीतिक भागीदारी को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच (मंगलवार) रात यहां पहली शिखर वार्ता हुई। शिखर बैठक के बाद मोदी और ओबामा ने साझा बयान जारी किया। आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त संघर्ष की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए भारत और अमरीका ने आपसी रक्षा सहयोग दस वर्ष और बढ़ाने की घोषणा की। इसके अलावा भारत के प्रस्तावित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में भी अमरीका ने अकादमिक सहयोग का वायदा किया है। भारत और अमरीका ने आतंकवाद के ठिकानों को नष्ट करने आपराधिक नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए संयुक्त प्रयास करने पर सहमति व्यक्त की। आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद., लश्कर ए तैयबा, हक्कानी नेटवर्क और  डी कंपनी को सामरिक और वित्तीय सहयोग देने वाले नेटवर्क को खत्म करने के लिए भारत और अमरीका मिलकर काम करेंगे। दोनों देशों के नागरिक परमाणु और ऊर्जा क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने की मंशा जताई। भारत में रक्षा आधारभूत ढांचा विकसित करने में भी अमरीका सहयोग करेगा। दोनों देशों ने हिंसाग्रस्त अफगानिस्तान की मदद करने और उसकी स्थिति में सुधार के लिए सहयोग करने पर भी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। अमरीका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी एक सौ स्मार्ट सिटी बनाने की परियोजना में सहयोग करने का वादा करते हुए इलाहाबाद, अजमेर और विशाखापट्टनम को स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग देने पर सहमति जताई है। मोदी की पांच दिन की अमरीकी यात्रा के अंतिम दिन कहा गया है कि उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद, राजस्थान के अजमेर और आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम को स्मार्ट सिटी बनाने में अमरीका सहयोग करेगा। यह सहमति मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यहां हुई शिखर बैठक के दौरान व्यक्त की गई। इलाहाबाद और अजमेर धार्मिक महत्व के शहर हैं जबकि विशाखापट्टनम औद्योगिक शहर है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बात की जिसमें रक्षा, सुरक्षा और व्यापार शामिल हैं। उन्होंने इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों से खतरे के मद्देनजर पश्चिम एशिया में हालात पर भी चर्चा की। ओबामा से वार्ता करने के लिए मोदी ब्लेयर हाउस से सीधे व्हाइट हाउस के प्रसिद्ध वेस्ट विंग पहुंचे। पहले बातचीत में चुनिंदा लोग शामिल हुए, बाद में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। मोदी और ओबामा की यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले ओबामा ने भारतीय प्रधानमंत्री के न्यूयॉर्क से यहां आगमन पर रात्रिभोज का आयोजन किया था। मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, राजदूत एस जयशंकर और विदेश मंत्रालय तथा प्रधानमंत्री कार्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी थे, वहीं ओबामा के साथ उप राष्ट्रपति जो बाइडेन, विदेश मंत्री जॉन कैरी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसैन राइस और दक्षिण तथा मध्य एशिया मामलों की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल थीं। इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री और अमरीकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस के ब्लू रूम में अनौपचारिक बातचीत की थी और अपने अपने पदों को संभालने के बाद के अनुभवों को साझा किया था। उन्होंने इबोला वायरस की रोकथाम करने और अशांत अफगानिस्तान के हालात में सहयोग पर भी बातचीत की थी।   दोनों देशों ने कई अन्य क्षेत्रों में एक साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इससे पहले मोदी का अमरीका में भव्य स्वागत हुआ। खासकर अप्रवसीय भारतीयों ने उनके आगमन पर खासा उत्साह दिखाया। प्रवासीय भारतीयों ने इसे एक ऐतिहासिक यात्रा बताया। साझा बयान के मुख्य बिंदु>>अमरीका- भारत के तीन शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने में मदद करेगा>>आर्थिक सहयोग के लिए दोनों देश नीतियां बदलेंगे>>पर्यावरण दोनों देशों की है प्राथमिकता >>भारत व अमरीका के विचारों में है समानता >>परमाणु और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे>>भारत-अमरीका के बीच होगी वैश्विक साझेदारी >>डब्ल्यूटीओ पर खुलकर बात हुई, समाधान बाद में >>आतंकवाद के खिलाफ दोनों देश अफगानिस्तान की करेंगे मदद, अफगानिस्तान को बताया महत्वपूर्ण >>दोनों नेताओं के बीच आतंकवाद की चुनौतियों पर बातचीत, ठिकानों को चिन्हित करने पर हुई बात>>भारत के रक्षा क्षेत्र में सहयोग करने के लिए अमरीका को आमंत्रित किया

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