• अमेरिका ने भारत से कहा, चलें साथ-साथ

    भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच मंगलवार को होने वाली औपचारिक मुलाकात से पहले सोमवार को ओबामा की ओर से मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में रात्रिभोजन का आयोजन किया गया। इस दौरान अमेरिका ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी के संदर्भ में 'चलें साथ-साथ' का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। ...

    वाशिंगटन | भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच मंगलवार को होने वाली औपचारिक मुलाकात से पहले सोमवार को ओबामा की ओर से मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में रात्रिभोजन का आयोजन किया गया। इस दौरान अमेरिका ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी के संदर्भ में 'चलें साथ-साथ' का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। रात्रिभोज का आयोजन स्थानीय समयानुसार सोमवार को शाम सात बजे (भारतीय समयानुसार मंगलवार तड़के 4.30 बजे) व्हाउट हाउस के ब्ल्यू रूम में किया गया। मोदी चूंकि नवरात्रि के कारण उपवास पर हैं, इसलिए उनके लिए यहां खास व्यवस्था की गई थी। रात्रिभोज के बाद व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया, "विभिन्न परंपराओं और विश्वासों के दो महान लोकतांत्रिक देशों के नेताओं के रूप में हम पारस्परिक साझेदारी का दृष्टिकोण साझा करते हैं, जिसमें भारत और अमेरिका न केवल दोनों राष्ट्रों के हित में, बल्कि पूरी दुनिया के हित में साथ मिलकर काम करें।" यह बयान मोदी की उस बात का समर्थन करता प्रतीत होता है, जो उन्होंने सोमवार को न्यूयार्क में काउंसिल ऑफ फॉरेन रिलेशंस को संबोधित करते हुए कही थी। मोदी सोमवार को स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे (भारतीय समयानुसार देर रात 1.30 बजे) न्यूयार्क से वाशिंगटन पहुंचे। एंड्रयू एयर फोर्स बेस पर अमेरिका के उप विदेश मंत्री विलियम बर्न्‍स ने उनकी अगवानी की। राजकीय अतिथि गृह ब्लेयर हाउस जाने के दौरान रास्ते में बड़ी संख्या में खड़े मोदी के भारतीय अमेरिकी समर्थकों ने 'भारत माता की जय' और 'मोदी-मोदी' के नारे लगाकर उनका स्वागत किया।व्हाउट हाउस में मोदी के सम्मान में दिए गए रात्रिभोज के बाद जारी बयान में कहा गया है कि भारत और अमेरिका को इस दृष्टिकोण से सोचना चाहिए कि वे साथ मिलकर पूरी दुनिया के लिए क्या कर सकते हैं? हालांकि कुछ मुद्दों पर वे सहमत या असहमत हो सकते हैं। भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी में सहजता के संदर्भ में बयान में कहा गया है कि यहां तक कि पति-पत्नी के संबंधों में भी 100 फीसदी की सहमति नहीं होती, फिर भी एक-दूसरे के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दीर्घकालिक होती। मोदी और ओबामा की मंगलवार को स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे (भारतीय समयानुसार शाम सात बजे) होने वाली औपचारिक मुलाकात के संदर्भ में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा कि दोनों नेता भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को विस्तृत और मजबूत बनाने के लिए आपसी हित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अर्नेस्ट ने कहा, "वे आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, सुरक्षा सहयोग मजबूत बनाने तथा ऐसी विभिन्न गतिविधियों में आपसी सहयोग पर चर्चा करेंगे, जिससे दोनों देशों और पूरी दुनिया को लाभ हो। वे अफगानिस्तान, सीरिया तथा इराक में मौजूदा घटनाक्रम के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।" इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि मोदी और ओबामा के बीच बातचीत में विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होगी। दोनों नेताओं के बीच बुनियादी ढांचा, विनिर्माण तथा कौशल विकास सहित भारत के आर्थिक लक्ष्यों में भागीदारी के मुद्दों पर चर्चा होगी। मोदी और ओबामा के बीच भारत की ऊर्जा सुरक्षा के इस्तेमाल, स्वच्छ ऊर्जा तथा स्वच्छ प्रौद्योगिकी पर चर्चा होगी। उनके बीच इस पर भी चर्चा होगी कि भारत में मोदी सरकार द्वारा सभी भारतीयों के विकास एवं उन्हें स्वच्छता मुहैया कराने सहित सुरक्षा एवं रक्षा के तय किए गए घरेलू लक्ष्यों को हासिल करने में अमेरिका किस प्रकार भारत की मदद कर सकता है?


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