• मूर्तियों की सफाई पर गहराया विवाद,मांझी ने दिए जांच के आदेश

    पटना ! बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कुछ शक्तिशाली लोगों द्वारा कथित तौर पर उनके साथ अछूतों जैसा व्यवहार करने को लेकर उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मांझी ने कहा, मैंने पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस मामले की उच्च-स्तरीय जांच कराए जाने के आदेश दिए हैं। वे इसकी जांच करेंगे। कानून दोषियों के साथ अपने तरीके से काम करेगा। उन्होंने कहा, मुझे कुछ लोगों ने एक समारोह में पूजा अर्चना के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन वरिष्ठ नेता राम लखन राम ने मेरे लौटने के बाद मुझे बताया कि उन्होंने देवी देवताओं की प्रतिमाओं को और अपने घर को धोया क्योंकि मैं अछूत हूं। मांझी ने कहा, आज (सोमवार) भी पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने मुझे दिल्ली से फोन कर बताया कि मेरे मधुबनी से लौटने के बाद देवी-देवताओं की प्रतिमा धोई गई।...

    पटना !  बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कुछ शक्तिशाली लोगों द्वारा कथित तौर पर उनके साथ अछूतों जैसा व्यवहार करने को लेकर उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।  मांझी ने कहा, मैंने पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस मामले की उच्च-स्तरीय जांच कराए जाने के आदेश दिए हैं। वे इसकी जांच करेंगे। कानून दोषियों के साथ अपने तरीके से काम करेगा। उन्होंने कहा, मुझे कुछ लोगों ने एक समारोह में पूजा अर्चना के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन वरिष्ठ नेता राम लखन राम ने मेरे लौटने के बाद मुझे बताया कि उन्होंने देवी देवताओं की प्रतिमाओं को और अपने घर को धोया क्योंकि मैं अछूत हूं। मांझी ने कहा, आज (सोमवार) भी पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने मुझे दिल्ली से फोन कर बताया कि मेरे मधुबनी से लौटने के बाद देवी-देवताओं की प्रतिमा धोई गई।इस बीच, सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी। जद (यू) के नए सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मंदिर और प्रतिमा को धोने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जद (यू) नेता व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद मांझी ने बिहार के नए मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाली है।  मांझी ने कहा कि उन्होंने कहा कि लोग अपना काम निकलवाने के लिए उनके पांव छूते हैं लेकिन जब बात सामाजिक स्तर पर आती है तो वे उन्हें अछूत की तरह ही लेते हैं। उल्लेखनीय है कि मांझी मुसहर समुदाय से आते हैं। एक अनुमान के अनुसार बिहार में मुसहर समुदाय की आबादी 23 लाख है। इस समुदाय के लोग आज भी काफी गरीब हैं और केवल पांच फीसदी लोग ही साक्षर हैं।  मांझी बिहार के तीसरे दलित मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले भोला पासवान शास्त्री और राम सुंदर दास दलित समुदाय से मुख्यमंत्री बन चुके हैं। क्या अनुसूचित जाति के गरीब परिवार में पैदा लेना उनकी गलती है। महादलित परिवार में जन्म लेने की वजह से लोग हमें अछूत समझते हैं:जीतनराम मांझी, मुख्यमंत्री बिहारइस प्रकार की घटना बेशर्मी की हद है, इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए:राम विलास पासवान, केंद्रीय खाद्य  आपूर्ति मंत्री

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