नई दिल्ली ! सवा सौ करोड़ भारतीयों की गगनचुंबी उम्मीदों का भार लिए भारत का महत्वाकांक्षी मिशन मंगलयान बुधवार सुबह मंगल की कक्षा में प्रवेश करेगा। इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद टेलीमेंट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) केंद्र में मौजूद रहेंगे और इस पूरे घटनाक्रम का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण होगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इस मिशन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अपनी पूरी तैयारी कर ली है और मंगलयान की प्रगति पर बराबर नजर रखी जा रही है। बुधवार सुबह छह बजकर 45 मिनट से दूरदर्शन पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। मंगलयान करीब साढ़े सात बजे मंगल की कक्षा में प्रवेश करेगा। उस समय यह यान मंगल की कक्षा से करीब 423 किमी दूर होगा और पृथ्वी से उसकी दूरी 21.5 लाख किमी (रेडियो दूरी) होगी। करीब 1350 किलोग्राम वजनी मंगलयान को गत पांच नवंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी सी-25 के जरिए प्रक्षेपित किया गया था। छह बार इसे पृथ्वी की ऊंची कक्षाओं में स्थापित किया गया और अंतत: एक दिसंबर को यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से बाहर निकल गया। इसरो ने फिर चार बार मंगलयान की दिशा को दुरुस्त किया। सोमवार को इसके तरल इंजन का परीक्षण सफल रहा। चार अरब 40 करोड़ रुपए लागत के इस यान पर लगे 440 न्यूटन लिक्विड एपोगी मोटर इंजन को तय कार्यक्रम के मुताबिक करीब चार सेकंड तक चलाया और यान की दिशा को भी दुरुस्त किया।