• बंसल ने भांजे के खिलाफ दर्ज कराया बयान

    नई दिल्ली ! दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल का बयान दर्ज करना शुरू किया। बंसल 10 करोड़ रुपए के रेलवे रिश्वतकांड के सरकारी गवाह हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की विशेष न्यायाधीश स्वर्ण कांता शर्मा ने बंसल का बयान दर्ज करना शुरू कर दिया, जो उनके भांजे विजय सिंगला के खिलाफ मामले में सीबीआई के गवाह के रूप में गवाही दे रहे हैं। बंसल बीमारी की वजह से 16 सितम्बर को अदालत में पेश नहीं हो पाए थे और इसके बाद अदालत ने उन्हें 22 सितम्बर को पेश होने का निर्देश दिया था। पिछले सप्ताह अदालत ने सिंगला तथा अन्य नौ आरोपियों से संबंधित मामले पर सुनवाई शुरू कर दी। ...

    नई दिल्ली !   दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल का बयान दर्ज करना शुरू किया। बंसल 10 करोड़ रुपए के रेलवे रिश्वतकांड के सरकारी गवाह हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की विशेष न्यायाधीश स्वर्ण कांता शर्मा ने बंसल का बयान दर्ज करना शुरू कर दिया, जो उनके भांजे विजय सिंगला के खिलाफ मामले में सीबीआई के गवाह के रूप में गवाही दे रहे हैं। बंसल बीमारी की वजह से 16 सितम्बर को अदालत में पेश नहीं हो पाए थे और इसके बाद अदालत ने उन्हें 22 सितम्बर को पेश होने का निर्देश दिया था। पिछले सप्ताह अदालत ने सिंगला तथा अन्य नौ आरोपियों से संबंधित मामले पर सुनवाई शुरू कर दी। अदालत ने 10 मार्च को सभी आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम के तहत आपराधिक राजिश रचने के आरोप तय किए थे। पद के बदले नोट मामले के अन्य आरोपियों में रेलवे बोर्ड के निलंबित सदस्य महेश कुमार, मध्यस्थ संदीप गोयल, समीर संधीर, सुशील डागा, अजय गर्ग, राहुल यादव, व्यवसायी मंजूनाथ और उनके सहयोगी एमवी मुरली कृष्ण और वेणुगोपाल हैं। सीबीआई ने आरोपपत्र में अभियोजन पक्ष के 90 गवाहों की सूची दायर की थी, जिसमें बंसल का नाम एक गवाह के रूप में शामिल है।  पिछले साल इस रिश्वतकांड के खुलासे के बाद बंसल ने रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

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