• बाढ़ ने किया 60 हजार करोड़ का नुकसान,जख्म दे गई 300 मौतों का

    श्रीनगर ! यूं यूं कश्मीर से बाढ़ का पानी उतर रहा है नुक्सान और सीने पर लगे जख्म सामने आने लगे हैं। अगर नुक्सान की बात करें तो यह 60 हजार करोड़ का बताया जा रहा है। हालांकि यह शुरूआती अनुमान है और अंदेशा अरबों के नुक्सान का है। इस नुक्सान की भरपाई तो हो जाएगी पर जो जानी नुक्सान हुआ है उसकी भरपाई कौन करेगा, कोई कुछ हनीं बोलता। बाढ़ अभी तक 300 को लील चुकी है। सरकारी आंकड़ा 277 का है। अभी सैंकड़ों मकानों के मलबे के नीचे लापता लोगों की तलाश भी जारी है।...

    श्रीनगर यूं यूं कश्मीर से बाढ़ का पानी उतर रहा है नुक्सान और सीने पर लगे जख्म सामने आने लगे हैं। अगर नुक्सान की बात करें तो यह 60 हजार करोड़ का बताया जा रहा है। हालांकि यह शुरूआती अनुमान है और अंदेशा अरबों के नुक्सान का है। इस नुक्सान की भरपाई तो हो जाएगी पर जो जानी नुक्सान हुआ है उसकी भरपाई कौन करेगा, कोई कुछ हनीं बोलता। बाढ़ अभी तक 300 को लील चुकी है। सरकारी आंकड़ा 277 का है। अभी सैंकड़ों मकानों के मलबे के नीचे लापता लोगों की तलाश भी जारी है। राज्य के बाहर से 300 लोग अपनों के गुम होने की रिपोर्ट लिखवा चुके हैं।जम्मू कश्मीर में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 277 हो गई है जबकि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज उम्मीद जताई कि मृतकों की संख्या उतनी नहीं होगी जितनी शुरू में आशंका थी। वैसे गैर सरकारी आंकड़ा 300 से ज्यादा का है। उमर ने बताया कि जम्मू में मरने वालों की संख्या 203 है जिसमें एक बारात को लेकर जा रही बस में सवार 44 लापता लोग शामिल हैं। बस राजौरी जिले में आई बाढ़ में बह गई थी। उन्होंने बताया कि बचाव कर्मियों ने कश्मीर घाटी के विभिन्न इलाकों से अब तक 74 शव बरामद किए हैं।उन्होंने बताया कि जम्मू के 44 व्यक्तियों के अलावा हमें अन्य लोगों के लापता होने की सूचना नहीं मिली है। यदि ऐसा हुआ भी है तो संचार प्रणालियों के काम शुरू करते ही हमें उनका पता चल जाएगा। उमर ने इस अफवाह को खारिज किया कि कुछ शव पाक अधिकृत कश्मीर में बहकर चले गए। उन्होंने बताया कि इन सारी अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। जम्मू कश्मीर में अब तक की सबसे भीषण बाढ़ आई है जिसने कई जिलों में तबाही है।मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य में आई भयंकर बाढ़ से अरबों रुपए का नुकसान हुआ होगा लेकिन इसका अंतिम मूल्यांकन के बाद ही केंद्र से सम्पर्क करेंगे। उमर ने यहां हरी निवास अतिथिशाला में अपने अस्थायी कार्यालय में बताया कि संपत्ति के नुकसान के संदर्भ में, अंतिम आंकड़ा देना अभी काफी जल्दबाजी होगी लेकिन निश्चित रूप से अरबों रुपए का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण लगभग प्रत्येक सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि मकान के मामले में संपत्ति का नुकसान हुआ है, दुकानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है। सड़क, पुल, जल आपूर्ति संयंत्र जैसे बुनियादी ढांचे को भी भारी क्षति पहुंची है। उमर ने कहा कि इसके अलावा कृषि फसल को नुकसान पहुंचा है - धान, मक्का नाशपाती जैसी बागवानी की फसल को नुकसान पहुंचा है। ऐसे में यह नुकसान अरबों रुपए का है। उन्होंने कहा कि लोगों को वास्तविक क्षति के बारे में बताने से पहले मेरे पास निश्चित आकड़ा होना चाहिए। एक अनुमान के अनुसार जम्मू कश्मीर में आई बाढ़ की आपदा से राज्य को साढे 60 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा राशि का आर्थिक नुकसान हुआ है। कश्मीर वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के अध्यक्ष शेख आशिक अहमद ने एक बयान में कहा है कि आरंभिक अनुमान के अनुसार अकेले घाटी में 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। अहमद ने कहा कि विभिन्न स्रोतों से प्राप्त आरंभिक सूचना के अनुसार प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से घाटी को यह नुकसान हुआ है। अहमद ने बीमा कंपनियों से वित्तीय नुकसान का आंकलन करने और व्यापारियों को बीमित राशि देने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि निजी नुकसान के बावजूद लोगों को हिम्मत जुटाते हुए अपने नुकसान का आंकलन शुरू कर देना चाहिए। अहमद ने कहा कि संकट की इस घड़ी में वह लोगों से यह अपील इसलिए कर रहे हैं क्योंकि यह व्यापक तबाही है और जल्द ही ठंड का मौसम शुरू होने से कठिनाइयां बढ़ जाएंगी।

अपनी राय दें