• ड्रैगन लगातार कर रहा भारतीय सीमा में घुसपैठ

    श्रीनगर ! लद्दाख सेक्टर में चुमार के इलाके में चीन सीमा पर दोनों देशों के 2 से 3 हजार सैनिकों के हथियारों के साथ आमने-सामने आ डटने का परिणाम है कि स्थिति खूनी टकराव वाली हो गई है। सेना खुद मान रही है कि परिस्थितियां हाथ से खिसक गई हैं और यह तनाव किसी भी समय खूनी जंग में बदल सकता है। हलांकि ऐसी भी सूचनाएं आ रहीं हैं कि चीनी सेनाएं दो किलोमीटर पीछे हट गई हैं। ...

    लद्दाख में चीनी-भारतीय सेनाएं आमने-सामनेश्रीनगर !   लद्दाख सेक्टर में चुमार के इलाके में चीन सीमा पर दोनों देशों के 2 से 3 हजार सैनिकों के हथियारों के साथ आमने-सामने आ डटने का परिणाम है कि स्थिति खूनी टकराव वाली हो गई है। सेना खुद मान रही है कि परिस्थितियां हाथ से खिसक गई हैं और यह तनाव किसी भी समय खूनी जंग में बदल सकता है। हलांकि ऐसी भी सूचनाएं आ रहीं हैं कि चीनी सेनाएं दो किलोमीटर पीछे हट गई हैं। बावजूद इसके सीमा पर तनाव बरकरार है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, करीब 1,000 चीनी सैनिक जम्मू- कश्मीर स्थित लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओएसी) पार कर भारतीय क्षेत्र में आ गए और वापस जाने से इनकार किया। सेना ने आनन फ ानन में नियंत्रण रेखा पर जवानों की तीन टुकडिय़ां भेजी हैं। यह घटना दो देशों की सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के एक दिन बाद हुई। उल्लेखनीय है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपनी तीन-दिवसीय भारत यात्रा के तहत बुधवार को अहमदाबाद पहुंचे। वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित दोवाल खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। बुधवार को ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग चुशूल इलाके में हुई थी। बैठक में घुसपैठ को लेकर चर्चा की गई थी। चर्चा के दौरान चीनी सैनिकों को भारतीय सीमा से बाहर जाने के लिए कहा गया। दोनों देशों के बीच एक हफ्ते के अंदर यह दूसरी मीटिंग थी। तनाव बढ़ाते हुए चीनी सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थित चुमार गांव में  और सैनिकों को भेज दिया था। यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफि ंग के बीच होने वाली शिखर वार्ता से चंद घंटे पहले हुई है। सूत्रों के अनुसार, चीनी पक्ष ने सुबह होने से पहले और अधिक सैनिक भेज दिए जिन्होंने भारतीय सेना से इलाका छोडऩे को कहने वाले बैनर उठाए हुए थे। दोनों सेनाएं एक दूसरे से 200 मीटर की दूरी पर बनी हुई हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समूचा घटनाक्रम रविवार को उस समय शुरू हुआ जब भारतीय सैनिकों ने चुमार इलाके में भारतीय क्षेत्र में चीनी पक्ष द्वारा की जा रही एक निर्माण गतिविधि देखी। इस पर सेना ने इस काम को रुकवा दिया और अपनी मौजूदगी बढ़ा दी। दोनों पक्ष अब तक दो फ्लैग मीटिंग कर चुके हैं और बुधवार को इस बारे में मैराथन चर्चा हुई। बातचीत कई घंटे तक चली, लेकिन बेनतीजा रही। चीनी पक्ष ने बुधवार सुबह भी और अधिक सैनिक भेजे थे। इलाके में मौजूद पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों की संख्या अब करीब 500 हो गई है और इतनी ही संख्या में वहां भारतीय सैनिक तैनात हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। लेह से 300 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित और हिमाचल प्रदेश की सीमा से लगते चुमार को लेकर दोनों देशों के बीच खींचतान रही है और चीन क्षेत्र में भारतीय प्रभुत्व को खत्म करने के प्रयास करता रहा है। पीएलए चुमार को बार-बार चीन का इलाका बताती रही है, लेकिन भारतीय सेना ने हर बार उसके प्रयासों को विफ ल किया है।                       

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