• महाराष्ट्र विस चुनाव : आत्म सम्मान की कीमत पर कोई समझौता नहीं

    नई दिल्ली ! महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिये सीटो के बटंवारे को लेकर शिवसेना के साथ जारी गतिरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने अल्टीमेटम दिया है अगर आज उसे अपने प्रस्ताव का उत्तर नही मिला तो वह भारी मन से अपना अलग रास्ता तय करने को मजबूर हो जाएगी। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पांच दिन पहले सीटों के बंटवारे के बारे में प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन अभी तक कोई उत्तर नही आया है।भाजपा ने शिवसेना को फिर से संदेश भिजवाया है और दो टूक पूछा है कि वह आज ही इस बारे में बताये कि दोनो दलों के बीच समझौता हो सकता है या नही।...

    भाजपा-शिवसेना के बीच बढ़ी दूरीसीट बंटवारे को लेकर घमासान, भाजपा ने मांगी 135 सीटेंनई दिल्लीमहाराष्ट्र  विधानसभा चुनावों के लिये सीटो के बटंवारे को लेकर शिवसेना के साथ जारी गतिरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने अल्टीमेटम दिया है अगर आज  उसे अपने प्रस्ताव का उत्तर नही मिला तो वह भारी मन से अपना अलग रास्ता तय करने को मजबूर हो जाएगी। भाजपा के उच्च पदस्थ  सूत्रों ने बताया कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पांच दिन पहले सीटों के बंटवारे के बारे में प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन अभी तक कोई उत्तर नही आया है।भाजपा ने  शिवसेना को फिर से संदेश भिजवाया है और दो टूक पूछा  है कि वह आज ही इस बारे में बताये कि दोनो दलों के बीच समझौता हो सकता है या नही। सूत्रों ने कहा कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व एक सम्मानजनक समझौते के लिये पूरी तरह तैयार है लेकिन अगले 12 घंटे के भीतर शिवसेना से कोई उत्तर नही मिला तो पार्टी को अपनी आगे की रणनीति तैयार करनी होगी। सूत्रों का कहना था उन्हें बहुत भारी मन से अपना अलग रास्ता चुनना होगाक्योंकि 25 साल पुराने संबंधों को तोडना आसान नहीं होता। यह फैसला अत्यंत दुखद होगा लेकिन इसके अलावा उसके पास कोई चारा नहीं बचेगा। इस बीच महाराष्ट्र के कोल्हापुर में भाजपा के  राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना से इस गतिरोध का जल्द समाधान निकालने  के लिए कहा और स्पष्ट किया कि आत्मसम्मान की कीमत पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। श्री शाह ने  पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि महायुति को मजबूती के साथ खडे रहने की जरूरत है और महाराष्ट्र में 15 साल से सत्तारूढ कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी( राकांपा)की सरकार को उखाड फेंकने के लिए गठबंधन को एकजुट रहना होगा। उन्होंने  कहा कि मैंने भाजपा नेताओं देवेन्द्र फडनवीस और विनोद तावडे से इस गतिरोध का जल्द समाधान निकालने के लिए कहा है।उन्होंने मुझसे कहा है कि वे इस दिशा में अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रहे है लेकिन शिवसेना की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है।     उन्होंने कहा कि मैं दोनों पार्टियों से अपील करता हूं।भाजपा ने दो कदम आगे बढाये है तो अन्य लोगों को भी दो कदम और आगे बढाना चाहिए और इस मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए तथा महाराष्ट्र में बदलाव के लिए आंदोलन शुरू करना चाहिए। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने।19 तथा शिव सेना ने।69 सीटों पर चुनाव लडा था। इसमें से भाजपा ने 46 तथा शिव सेना ने 44 सीटें जीती थी। शिवसेना इस बार भी पुराने फार्मूले पर ही सीटों का बंटवारा चाहती है । भाजपा ने जो प्रस्ताव भेजा था उसके अनुसार गठबंधन के छोटे सहयोगियों को 18 सीटें देने के बाद शेष 270 सीटों में दोनों बडे दल बराबर यानी।15-135  सीटों पर चुनाव लडना चाहिये। महाराष्ट्र में भाजपा, शिव सेना की महायुति में रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया, शेतकरी संगठन और मराठा महासंघ भी शामिल है।

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