• बीटीएफ के खूंखार आतंकी रतनदीप सिंह गिरफतार

    चंडीगढ़ ! केंद्रीय एजेसियों और पंजाब पुलिस ने भिंडरावाले टाइगर फोर्सऑफ खालिस्तान.बीटीएफके. का सरगना और कुख्यात आतंकी रतनदीप सिंह को गिरफतार कर देश में आतंकवाद फैलाने के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के षडयंत्र को नेस्तनाबूद कर दिया है। दस लाख रूपए का ईनामी आतंकी और मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले के रोहाड़ गांव का रहने वाला रतनदीप पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन बीटीएफके का मुखिया था तथा पंजाब .हरियाणा और चंडीगढ़ में आतंकवाद .बम विस्फोट और अवैध हथियारों के अनेक वारदातों में वांछित था उसे केंद्रीय एजेंसी और पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ॉपरेशन सेल.एसएसओसी. ने एक गुप्त सूचना के आधार पर पूर्वी उत्तरप्रदेश के गोरखपुर के बाहरी इलाके से कल गिरफतार किया। रतनदीप को आज अमृतसर की एक अदालत पेश किया गया जहां उसे दस दिन के पुलिस रिमांड पर दे दिया गया। ...

    चंडीगढ़केंद्रीय एजेसियों और पंजाब पुलिस ने भिंडरावाले टाइगर फोर्सऑफ खालिस्तान.बीटीएफके. का सरगना और कुख्यात आतंकी रतनदीप सिंह को गिरफतार कर देश में आतंकवाद फैलाने के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के षडयंत्र को नेस्तनाबूद कर दिया है।      दस लाख रूपए का ईनामी आतंकी और मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले के रोहाड़ गांव का रहने वाला रतनदीप पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन बीटीएफके का मुखिया था तथा पंजाब .हरियाणा और चंडीगढ़ में आतंकवाद .बम विस्फोट और अवैध हथियारों के अनेक वारदातों में वांछित था उसे केंद्रीय एजेंसी और पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ॉपरेशन सेल.एसएसओसी. ने एक गुप्त सूचना के आधार पर पूर्वी उत्तरप्रदेश के गोरखपुर के बाहरी इलाके से कल गिरफतार किया।      रतनदीप को आज अमृतसर की एक अदालत पेश किया गया जहां उसे दस दिन के पुलिस रिमांड पर दे दिया गया।      इस बीच पंजाब के पुलिस महानिदेशक सुमेद सैनी ने रतनदीप को गिरफतार करने वाली टीम में अहम भूमिका अदा करने वाले आठ पुलिस कमियों को हैड कांस्टेबल और सहायक पुलिस निरीक्षक पदों पर पदोन्नत करने के आदेश दिए हैं। संपादक : कृपया पूर्व पे्रषित से यथायोग्य जोड़ लेंबलबीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस 19 सदस्यीय टीम गत 14 सितम्बर को गोरखपुर रवाना हुई थी तथा।5 सितम्बर से वहीं डेरा डाले हुए थी।      पुलिस ने जब रतनदीप को गिरफतार किया उस समय वह हुसैन शेख पुत्र शेख नसीरूद्दीन के फर्जी नाम से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट और पहचान पत्र लिए हुए था। उसके पास से पुलिस ने 300 रूपए की पाकिस्तानी तथा।। हजार रूपए की भारतीय करेंसी भी बरामद की।शुरूआती पूछताछ में खुलासा हुआ है कि रतनदीप का पहला टारगेट एक प्रमुख हिंदू नेता था जिसे पंजाब पुलिस की सुरक्षा मिली हुई है। आईएसआई की राज्य में आतंकवाद फैलाने की यह चौथी साजिश है इससे पहले राज्य पुलिस करीब एक साल पहले अगस्त और सितम्बर 2013 में भी इस प्रकार की साजिशों को विफल कर चुकी है।आईएसआई ने फरवरी 2013 में आतंकवादी नारायण सिंह चौरा को राज्य में आतंकवाद फैलाने के लिए पंजाब भेजा था लेकिन वह भी नापाक इरादों में कामयाब नहीं हो पाया और पुलिस के हत्थे चढ़ गया।      रतनदीप पाकिस्तान में 1993 से रह रहा है तथा बीच में वह कई बार भारत आकर आतंकी वारदातों को आंम देता रहा है। उस पर मई 2010 में अमृतसर में र्सकिट हाउस के निकट एक वाहन में विस्फोटक रखने का आरोप है। इस मामले में उसके साथियों फ्रांस के पाल सिंह .गुरमुख सिंह उर्फ गन्ना और मक्खन सिंह उर्फ अमली को क्रमश: 27 .17 और 10 साल की कैद की सा हो चुकी है। रतनदीप पुलिस को पंजाब और हरियाणा में आतंकी वारदातों के अलावा और चंडीगढ़ के सैक्टर 34 में पासपोर्ट कार्यालय में 1999 में बम बिस्फोट .पानीपत में 1999 में रेलवे पुल बम बिस्फोट .शाहबाद शमारकंडा पुल में आईईडी रखने .जींद के सफीदों में 1996 से 2001 के बीच हथियार और गोला बारूद बरामदगी तथा।999 में पुलिस के साथ मुठभेड़ में हिरासत से फरार होने के मामलों में बांछित था। उस पर पुलिस ने दस लाख रूपए का ईनाम घोषित किया था।     हरियाणा के जींद जिले के रोहाड़ गांव का रहने वाला रतनदीप मार्च 1992 में बेंकाक .थाईलैंड और वहां से मई 1992 में र्जमनी चला गया था। वह र्जमनी से सितम्बर 1992 में बल्जियम चला गया। वहां से वह मार्च 1993 में वह हरजिंदर सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी भोलथ कपूरथला से जारी फर्जी पासपोर्ट पर पाकिस्तान चला गया जहां उसने इस्लामाबाद से लगभग 45 किलोमीटर दूर अगस्त 1993 से जून 1994 तक हथियारों का प्रशिक्षण हासिल किया।      रतनदीप को पुलिस ने नौ मई 1996 को जम्मू के साम्बा सैक्टर से भारतीय सीमा में प्रवेश करते हुए गिरफतार किया था लेकिन 1999 में उसने पुलिस हिरासत से फरार होक र चंडीगढ़ स्थित पासपोर्ट कार्यालय में बम बिस्फोट की वारदात की और फिर से पाकिस्तान चला गया। वह नेपाल के रास्ते मई 2010 में फिर से भारत आया और अमृतसर में र्सकिट हाउस के निकट एक कार में बम बिस्फोट किया।      इस बीच पंजाब के पुलिस महानिदेशक सुमेद सैनी ने रतनदीप को गिरफतार करने वाली टीम में अहम भूमिका अदा करने वाले आठ पुलिस कमियों को हैड कांस्टेबल और सहायक पुलिस निरीक्षक पदों पर पदोन्नत करने के आदेश दिए हैं।

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