• साबरमती आश्रम में शी के गाइड बने मोदी

    अहमदाबाद ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक कुशल गाइड की भूमिका में नजर आए। यहां से अपनी भारत यात्रा का शुभारंभ करने वाले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का उन्होंने यहां के ऐतिहासिक साबरमती आश्रम का दौरा करने के समय मार्गदर्शन किया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में महात्मा गांधी की गतिविधियों का यही आश्रम केंद्र हुआ करता था। ...

    अहमदाबाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक कुशल गाइड की भूमिका में नजर आए। यहां से अपनी भारत यात्रा का शुभारंभ करने वाले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का उन्होंने यहां के ऐतिहासिक साबरमती आश्रम का दौरा करने के समय मार्गदर्शन किया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में महात्मा गांधी की गतिविधियों का यही आश्रम केंद्र हुआ करता था। शी के पहुंचने से 10 मिनट पहले आश्रम पहुंचे मोदी आगंतुक के आने से पहले तक बच्चों के साथ बातचीत करते रहे।मोदी और गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने शी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और उन्हें खादी के धागे से सम्मानित किया।प्रधानमंत्री इसके बाद शी के साथ आश्रम तक लाल गलीचे पर चलते हुए पहुंचे। इस दौरान दुभाषिए की मदद से दोनों में कुछ-कुछ बातचीत होती रही।शी ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और नंगे पांव बैठकर चरखा भी चलाया। आश्रम के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि चीन के राष्ट्रपति ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और ऐतिहासिक दांडी मार्च की श्वेत श्याम तस्वीरें देखी।गांधी का प्रसिद्ध जनांदोलन दांडी मार्च साबरमती आश्रम से 12 मार्च 1930 को शुरू हुआ था। महत्मा गांधी और उनके 78 सहयोगियों ने ब्रिटिश हुकूमत के नमक कानून के खिलाफ अप्रत्याशित और अनोखा मार्च किया था।सूत्रों ने बताया कि शी ने हृदय कुंज में चरखा के समीप बैठने के लिए अपने जूते उतार दिए और नंगे पांव वहां बैठे। इसी हृदय कुंज में महात्मा गांधी रहते थे। मोदी भी शी के साथ बैठे।चीन के राष्ट्रपति ने आगंतुक पुस्तिका में अपनी टिप्पणी लिखी। इसके बाद मोदी और शी विभिन्न कमरो में घूमते रहे और इस दौरान पृष्ठभूमि में बच्चे द्वारा महात्मा गांधी का प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम' गाया जाता रहा।इस आश्रम को 17 जून 1917 को साबरमती नदी के किनारे स्थापित किया गया था।प्रधानमंत्री ने शी को आश्रम द्वारा प्रकाशित 'अमदाबाद में गांधी' पुस्तक, महात्मा गांधी के चरखे की प्रतिकृति और गांधी के प्रसिद्ध दांडी मार्च की ऐतिहासिक तस्वीर भेंट में दी। मोदी और शी हृदय कुंज में एक साथ बैठे।

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