• 'बर्थडे ब्वाय' मोदी की जबरदस्त मेजबानी से अभिमूत हुए जिनपिंग

    अहमदाबाद ! चीन के राष्ट्रपति झी जिनपिंग अपनी पत्नी तथा मशहूर लोकसंगीत गायिका पेंग लियुआन और अपनी सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों तथा उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के अपने तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे की शुरूआत के तौर पर आज अहमदाबाद के लगभग छह घंटे के संक्षिप्त प्रवास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जबरदस्त मेजबानी से अभिभूत हो गये। ...

    अहमदाबाद ! चीन के राष्ट्रपति झी जिनपिंग अपनी पत्नी तथा मशहूर लोकसंगीत गायिका पेंग लियुआन और अपनी सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों तथा उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के अपने तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे की शुरूआत के तौर पर आज अहमदाबाद के लगभग छह घंटे के संक्षिप्त प्रवास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जबरदस्त मेजबानी से अभिभूत हो गये।     दोपहर बाद लगभग पौने तीन बजे चाइना एयर के विशेष विमान से श्रीलंका से सीधे यहां पहुंचे चीनी राष्ट्रपति गुजरात के साथ तीन समझौतों तथा गांधी आश्रम और मनोरम रिवरप्रंट पर परंपरागत गुजराती नृत्य गरबा व अन्य सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रमों और शानदार रात्रिभोज में शिरकत के बाद रात लगभग साढ़े आठ बजे नयी दिल्ली रवाना हो गये।     उनकी अगवानी करने वाले राज्यपाल ओ. पी कोहली तथा मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने ही उन्हें हवाई अड्डे पर विदाई भी दी। श्री जिनपिंग के जाने के कुछ समय बाद ही श्री मोदी भी नयी दिल्ली रवाना हो गये। वह चीनी राष्ट्रपति की यात्रा के मद्देनजर कल ही यहां पहुंचे थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात की उनकी यह पहली यात्रा थी।     श्री मोदी के जन्मदिन के मौके पर हुए चीनी राष्ट्रपति के इस दौरे के लिए साबरमती नदी के किनारे बने रिवरप्रंट को दुल्हन की तरह सजाया गया था। जहां शाम को दोनो नेताओं ने चहलकदमी करते हुए बातचीत (वाक द टॉक)की 1 इसकी पृष्ठभूमि में गुजराती नृत्य गरबा तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे थे। दोनो नेताों ने वहीं सुंदर सजावट वाले तंबू में रात्रिभोज में शिरकत की जिसमें चीन के प्रथम दंपति को एक सौ से अधिक प्रकार के परंपरागत गुजराती व्यंजन भी परोसे गये।श्री मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को बापू के मूल प्रवास स्थल हृदय कुंज में जमीन पर बैठ कर चरखा चलाना और सूत कातने का गुर भी सिखाया। चीनी राष्ट्रपति को इस मौके पर वर्ष 1908 में दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में चीनी समुदाय द्वारा दिये गये प्रशस्ति पत्र की प्रतिकृति भी साैंपी गयी। आश्रम की ओर से उन्हें ..गांधीजी इन अहमदाबाद.. नाम की पुस्तक तथा उनके ऐतिहासिक दांडी मार्च का तैल चित्र भी उपहार के तौर पर दिया। श्री मोदी ने श्री जिनपिंग को चरखा भी साैंपा।     यहां से आज अपना तीन दिवसीय भारत दौरा शुरू करने वाले श्री जिनपिंग गांधी आश्रम में करीब आधे घंटे तक रहे और इस दौरान श्री मोदी एक तरह से उनके ..गाइड.. बन कर इसके प्रत्येक भाग और वस्तु के बारे में विस्तृत जानकारी देते रहे। श्री मोदी ने जहां खादी का कुर्ता पजामा और कोटी पहन रखी थी वहीं श्री जिनपिंग ने भी शर्ट पैंट के ऊपर से खादी की जैकेट पहनी थी।     श्री जिनपिंग को श्री मोदी और गुजरात की मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने गांधी आश्रम में सूत से बनी पारंपरिक मालाएं पहना कर उनका स्वागत किया। दोनो नेताओं ने दलित बालिकाों द्वारा गाये गये गांधी जी के प्रिय भजन .. वैष्णव जन.. का भी आस्वादन किया और बापू की प्रतिमा और तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन भी अर्पित किये।       इसके बाद श्री जिनपिंग ने श्री मोदी के साथ उनके जन्मदिन के मौके पर उनका ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले रिवरफ्रंट पर चहलकदमी की और इसके बाद आयोजित विशेष रात्रिभोज के दौरान उन्हें कई लजीज गुजराती व्यंजन परोसे गये।     दोनो नेताओं ने नदी किनारे टहलते हुए गुजराती नृत्य गरबा और अन्य रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मजा लिया। समझा जाता है रिवरफ्रंट पर श्री मोदी और श्री जिनपिंग एक साथ झूले पर भी झूले। चीनी राष्ट्रपति की पत्नी ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों और झूले तथा पारंपरिक गुजराती खाट ढोलिया पर भी बैठने का आनंद लिया। मुख्यमंत्री श्रीमती पटेल ने चीन की प्रथम महिला को परंपरागत गुजराती पहनावा (चनियाचोणी तथा कड़े) का उपहार भी दिया।     आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रात्रिभोज में श्री जिनपिंग तथा चीनी प्रतिनिधिमंडल के अन्य चुनींदा सदस्यों को ढोकला कढ़ी खिचड़ी थोपला   ऊंधीयु लसणिया वटाका की सब्जी भरेला मरचा श्री खंड मट्ठा मसाला छाश आम रस (केरी नु रस) मुठिया रिंगणना ओणा अंजीरशअखरोट का हलवा समेत कई परंपरागत गुजराती और काठियावाड़ी व्यंजन परोसे गये। इन्हें होटल ताज गेटवे के सिद्धहस्त बावर्चियों ने श्री मोदी के खास खानसामे (कुक) बदरी की दिशा निर्देश में तैयार किया था।     इस भोज में कम से कई तरह के आइसक्रीम और अनेक तरह की मिठाइयां भी परोसी गयी। इस दौरे के लिए पूरे शहर में उनके स्वागत के लिए चीनी भाषा में भी लिखे बैनर होर्डिंग तथा चीन और भारत के झंडे लगाये गये थे।

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