• हैदराबाद मेट्रो से अलग नहीं हो रही एलएंडटी : तेलंगाना

    तेलंगाना सरकार ने इस बात से इंकार किया है कि अधासंरचना कंपनी लार्सन एंड टुब्रो हैदराबाद मेट्रो रेल परियोजना से अलग हो रही है। अधिकारियों ने कहा कि परियोजना जारी है और एलएंडटी ने इससे अलग होने की चेतावनी नहीं दी है।...

    हैदराबाद | तेलंगाना सरकार ने इस बात से इंकार किया है कि अधासंरचना कंपनी लार्सन एंड टुब्रो हैदराबाद मेट्रो रेल परियोजना से अलग हो रही है। अधिकारियों ने कहा कि परियोजना जारी है और एलएंडटी ने इससे अलग होने की चेतावनी नहीं दी है।ऐसी रपटें आ रही हैं कि एलएंडटी मेट्रो रेल (हैदराबाद) लिमिटेड (एलटीएमआरएचएल) ने सरकार को एक पत्र लिख कर कहा है कि दो गलियारों पर काम रुकने से कंपनी को रोजाना दो करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।इसी दौरान हैदराबाद मेट्रो रेल (एचएमआर) के प्रबंध निदेशक एन.वी.एस. रेड्डी ने बुधवार को मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और मुख्य सचिव राजीव शर्मा से मुलाकात भी की है। एचएमआर तेलंगाना सरकार की एजेंसी है जबकि एलटीएमआरएचएल को 14,132 करोड़ रुपये में 72 किलोमीटर लंबी उपरीगामी मेट्रो परियोजना का कार्य मिला है। रेड्डी ने कहा कि परियोजना अपनी गति से जारी है और इसमें कोई बाधा पैदा नहीं हुई है साथ ही यह समय से पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि एलएंडटी और सरकार के बीच नियमित अंतराल में संवाद चलता रहता है और वह हर पत्र का जवाब देते रहते हैं।सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के. तारकरामा राव ने कहा कि मुख्यमंत्री जल्द ही इस प्रकरण में हस्तक्षेप करेंगे। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मुख्यमंत्री के पुत्र हैं। उनके मुताबिक यह तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार की छवि खराब करने के लिए विरोधियों की एक चाल है। विपक्षी कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) का आरोप है कि मुख्यमंत्री के दबाव के कारण कंपनी परियोजना से हटना चाहती है। कांग्रेस नेता मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि परियोजना में देरी से हैदराबाद की छवि प्रभावित होगी। तेदेपा नेता रेवंत रेड्डी ने कहा कि यदि कंपनी परियोजना से हटती है, तो शहर में होने वाला निवेश प्रभावित होगा। उन्होंने सर्वदलीय बैठक की मांग की है।


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