• डीजल मूल्य पहली बार लाभ में

    डीजल मूल्य पर सरकारी नियंत्रण के युग में पहली बार 16 सितंबर से प्रभावी दूसरे पखवाड़े में डीजल की बिक्री पर होने वाला घाटा खत्म हो गया है और यहां तक कि यह लाभ में आ गया है। यह जानकारी सोमवार को सरकार की ओर से दी गई। पेट्रोलियम मंत्रालय ने 16 सितंबर से प्रभावी पखवाड़े के लिए विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों पर तेल विपणन कंपनियों को होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए कहा कि डीजल पर प्रति लीटर 35 पैसे का लाभ होगा।...

    नई दिल्ली | डीजल मूल्य पर सरकारी नियंत्रण के युग में पहली बार 16 सितंबर से प्रभावी दूसरे पखवाड़े में डीजल की बिक्री पर होने वाला घाटा खत्म हो गया है और यहां तक कि यह लाभ में आ गया है। यह जानकारी सोमवार को सरकार की ओर से दी गई। पेट्रोलियम मंत्रालय ने 16 सितंबर से प्रभावी पखवाड़े के लिए विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों पर तेल विपणन कंपनियों को होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए कहा कि डीजल पर प्रति लीटर 35 पैसे का लाभ होगा।सरकार की इस घोषणा के बाद गत सात सालों में पहली बार डीजल मूल्य में कटौती की संभावना जगी है। अंतर्राष्ट्रीय तेल मूल्य में आई गिरावट और डीजल मूल्य में हर महीने की गई वृद्धि के कारण इस पर होने वाला घाटा खत्म हो पाया है।सरकार ने जनवरी 2013 में डीजल मूल्य में हर महीने 50 पैसे वृद्धि करने की अनुमति दी थी। तब से 19 खेप में डीजल मूल्य कुल 11.74 रुपये प्रति लीटर बढ़ा है। एक आधिकारिक सूत्र ने आईएएनएस से कहा कि सरकार हालांकि डीजल की बिक्री पर होने वाला लाभ आम उपभोक्ता को देना चाहती है, लेकिन जम्मू एवं कश्मीर, महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले ऐसा करने से बचना चाहती है। मंत्रालय के मुताबिक अभी प्रति लीटर मिट्टी तेल पर 32.67 रुपये और प्रति सिलेंडर रसोई गैस की बिक्री पर 427.82 रुपये का नुकसान हो रहा है।डीजल की वर्तमान कीमत अभी दिल्ली में 58.97 रुपये, मुंबई में 27.26 रुपये, कोलकाता में 63.81 रुपये और चेन्नई में 62.92 रुपये प्रति लीटर है। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय तेल मूल्य में गिरावट का लाभ उठाते हुए डीजल मूल्य को नियंत्रण मुक्त कर देना चाहिए।गत कारोबारी दिवस सोमवार को भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत घटकर 95.50 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई थी।


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