• उप्र उपचुनाव : 3 सीटों पर सपा, 1 पर भाजपा की जीत

    उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करारा झटका देते हुए सिराथू, ठाकुरद्वारा व चरखारी विधानसभा सीट पर कब्जा कर लिया है। भाजपा के लिए राहत की बात यह है कि उसके उम्मीदवार ने सहारनपुर में जीत हासिल की है बाकी दो सीटों पर उसके उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं। ...

    लखनऊ | उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करारा झटका देते हुए सिराथू, ठाकुरद्वारा व चरखारी विधानसभा सीट पर कब्जा कर लिया है। भाजपा के लिए राहत की बात यह है कि उसके उम्मीदवार ने सहारनपुर में जीत हासिल की है बाकी दो सीटों पर उसके उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं। चरखारी विधानसभा सीट उमा भारती के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी, लेकिन इस सीट को भाजपा बचा नहीं पाई, अलबत्ता भाजपा उम्मीदवार की यहां से जमानत जब्त हो गई है। सपा उम्मीदवार कप्तान सिंह ने कांग्रेस के रामजीवन को 50,805 मतों से हराया। भाजपा यहां तीसरे नम्बर पर रही। ठाकुरद्वारा में सपा प्रत्याशी नवाब जान ने भाजपा उम्मीदवार रामपाल को 27,023 मतों से हराया है। सिराथू में सपा उम्मीदवार ने 22 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की है। सहारनपुर विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार राजीव गुंबर को जीत हासिल हुई है। लखनऊ पूर्वी सीट पर भाजपा के आशुतोष टंडन, जबकि नोएडा से बिमला बाथम आगे चल रही हैं। मैनपुरी संसदीय सीट पर सपा के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं। तेज प्रताप भाजपा उम्मीदवार से डेढ़ लाख से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं। इस बीच तेज प्रताप यादव ने कहा कि मैनपुरी की जनता ने सपा के प्रति जो विश्वास कायम किया है, उसपर वह खरा उतरने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि मैनपुरी के विकास के लिए जो कुछ भी करना पड़ेगा, वह करेंगे।सपा के उम्मीदवार अभी पांच विधानसभा सीटों पर आगे चल रहे हैं। नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के तहत आने वाली रोहनिया विधानसभा सीट पर भी भाजपा समर्थित अपना दल उम्मीदवार कृष्णा पटेल सपा उम्मीदवार महेंद्र पटेल से लगातार पीछे चल रही हैं।मतगणना के रुझानों को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि इस उपचुनाव को केंद्र सरकार से जोड़कर नही देखा जाना चाहिए। उपचुनाव हमेशा ही सत्ताधारी दल के पक्ष में जाता है, इसलिए इसे केंद्र सरकार की नाकामी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।उल्लेखनीय है कि उप्र में सहारनपुर नगर, बिजनौर, ठाकुरद्वारा, नोएडा, निघासन, लखनऊ पूर्वी, हमीरपुर, चरखारी, सिराथू, बलहा (आरक्षित) और रोहनिया विधानसभा सीटें लोकसभा चुनाव के बाद खाली हो गई थीं। 13 सितम्बर को इन सीटों के लिए मतदान हुआ था।इन सभी सीटों से चुने गए विधायक डॉ. महेश शर्मा, कलराज मिश्र, अजय मिश्र, सावित्री बाई फूले, साध्वी निरंजन ज्योति, उमा भारती, कुंवर भारतेंदु, कुंवर सर्वेश कुमार सिंह, राघव लखनपाल, केशव प्रसाद तथा अनुप्रिया पटेल चुनाव जीतकर संसद पहुंच गए थे। इसके साथ ही आजमगढ़ और मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद इस सीट पर भी 13 सितम्बर को मतदान हुआ था।


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