• महंगाई दर 7.8 फीसदी, आईआईपी 0.5 फीसदी बढ़ा

    नई दिल्ली ! | महंगाई दर में जहां अगस्त में गिरावट दर्ज की गई, वहीं शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, जुलाई महीने में औद्योगिक उत्पादन में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। इससे विकास को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दरों की कटौती की जरूरत पर बल मिलता है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित उपभोक्ता महंगाई दर अगस्त में साल-दर-साल आधार पर 7.8 फीसदी रही, जो एक माह पहले 7.96 फीसदी थी। आंकड़ों के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ता महंगाई दर अगस्त में 7.04 फीसदी रही, जबकि गांवों में यह 8.35 फीसदी रही।...

    नई दिल्ली !  महंगाई दर में जहां अगस्त में गिरावट दर्ज की गई, वहीं शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक, जुलाई महीने में औद्योगिक उत्पादन में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। इससे विकास को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दरों की कटौती की जरूरत पर बल मिलता है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित उपभोक्ता महंगाई दर अगस्त में साल-दर-साल आधार पर 7.8 फीसदी रही, जो एक माह पहले 7.96 फीसदी थी।आंकड़ों के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ता महंगाई दर अगस्त में 7.04 फीसदी रही, जबकि गांवों में यह 8.35 फीसदी रही।खाद्य उपभोक्ता महंगाई दर हालांकि अगस्त में बढ़कर 9.42 फीसदी रही, जो एक माह पहले 9.36 फीसदी थी।ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य उपभोक्ता महंगाई दर 9.83 फीसदी रही, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 8.40 फीसदी रही।केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा ही शुक्रवार को जारी एक अन्य आंकड़े के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर मापी जाने वाली औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर जुलाई 2014 में मामूली 0.5 फीसदी रही।जून महीने में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर 3.9 फीसदी रही थी। अप्रैल-जुलाई 2014-15 अवधि में औद्योगिक उत्पादन की औसत वृद्धि दर साल-दर-साल आधार पर 3.3 फीसदी रही।मुख्यत: उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र में उत्पादन घटने के कारण जुलाई में उत्पादन दर कम रही।उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र में उत्पादन इस दौरान साल-दर-साल आधार पर 7.4 फीसदी कम रहा, जबकि उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु क्षेत्र में उत्पादन साल-दर-साल आधार पर 20.9 फीसदी कम रहा। उपभोक्ता गैर-टिकाऊ उत्पादन हालांकि 2.9 फीसदी बढ़ा।इस दौरान विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन एक फीसदी कम रहा, जो एक महीने पहले 1.8 फीसदी बढ़ा था। खनन उत्पादन 2.1 फीसदी बढ़ा।अप्रैल-जुलाई अवधि में खनन उत्पादन साल-दर-साल आधार पर 2.8 फीसदी बढ़ा। विनिर्माण क्षेत्र में यह 2.3 फीसदी अधिक रहा और बिजली उत्पादन 11.4 फीसदी बढ़ा।आंकड़े पर प्रतिक्रिया देते हुए फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने एक बयान जारी कर कहा, "जहां हम यह उम्मीद कर रहे थे कि विनिर्माण क्षेत्र की मंदी खत्म हो चुकी है, वहीं जुलाई के आंकड़ों से लगता है कि यह अभी भी संकट से बाहर नहीं निकल पाया है।"

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