• मोदी की जापान यात्रा को उद्योग जगत ने सराहा

    देश के उद्योग जगत ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जारी जापान यात्रा की सराहना की है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पिक्की) के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने यहां एक बयान जारी कर कहा, "यह यात्रा हमारे रिश्ते को पारिभाषित करने वाला है और यह दोनों देशों के अदान-प्रदान को एक नए स्तर पर ले जाने वाली यात्रा के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा।"...

    नई दिल्ली| देश के उद्योग जगत ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जारी जापान यात्रा की सराहना की है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पिक्की) के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने यहां एक बयान जारी कर कहा, "यह यात्रा हमारे रिश्ते को पारिभाषित करने वाला है और यह दोनों देशों के अदान-प्रदान को एक नए स्तर पर ले जाने वाली यात्रा के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा।"उन्होंने कहा, "हम जापान-भारत निवेश संवर्धन साझेदारी से खासे उत्साहित हैं। इसके तहत दोनों पक्षों ने अगले पांच साल में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रवाह तथा जापानी कंपनियों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।"फिक्की ने कहा कि जापान ने अगले पांच साल में स्मार्ट शहर, परिवहन प्रणाली और स्वच्छ ऊर्जा जैसी परियोजनाओं में कुल 3,500 अरब युआन (2,020 अरब रुपये) वित्तीय प्रवाह बनाने का वादा किया है। 2013-14 के आखिर में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 16.31 अरब डॉलर था।पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मुताबिक मोदी-आबे प्रभाव के कारण 2019-20 तक द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 50 अरब डॉलर हो सकता है। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कहा, "हमारा अनुमान है कि भविष्य में भारत और जापान का रिश्ता और मजबूत होगा और इसके कारण अगले पांच साल में जापानी कंपनियों की संख्या भारत में 1,000 से बढ़कर 1,500 हो जाएगी।" अभी करीब एक हजार जपानी कंपनियां देश में करीब 70 अधोसंरचनाओं में काम कर रही हैं।


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