• कुडनकुलम संयंत्र में विद्युत उत्पादन की प्रक्रिया शुरू

    भारतीय परमाणु विद्युत निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) की पहली एक हजार मेगावाट की इकाई में उत्पादन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साइट निदेशक आर.एस.सुंदर ने टेलीफोन पर आईएएनएस को बताया, "हमें एईआरबी (परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड) से संयंत्र को दोबारा आरंभ करने की अनुमति मिल गई है। संयंत्र को चालू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।"...

    चेन्नई | भारतीय परमाणु विद्युत निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) की पहली एक हजार मेगावाट की इकाई में उत्पादन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साइट निदेशक आर.एस.सुंदर ने टेलीफोन पर  बताया, "हमें एईआरबी (परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड) से संयंत्र को दोबारा आरंभ करने की अनुमति मिल गई है। संयंत्र को चालू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।"सुंदर के मुताबिक, आगामी एक सप्ताह में संयंत्र अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेगा। सुंदर को यकीन है कि इस महीने यह संयंत्र व्यावसायिक तौर पर काम करने लगेगा। लेकिन उन्होंने कहा कि इसपर अंतिम निर्णय मुख्य कार्यालय को करना है। सालाना रख-रखाव के तहत संयंत्र को जुलाई के मध्य में बंद कर दिया गया था। भारतीय परमाणु विद्युत संयंत्र संचालक एनपीसीआईएल यहां से 650 किलोमीटर दूर तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम एक हजार मेगावाट के दो रूसी रिएक्टर स्थापित कर रहा है। इस संयंत्र की कुल लागत 17 हजार करोड़ रुपये है।जुलाई 2014 में इस इकाई की व्यावहारिक प्रगति 99.95 फीसदी थी। एक हजार मेगावाट की ही क्षमता वाला दूसरा संयंत्र मार्च 2015 से व्यावसायिक तौर पर काम करने लगेगा। हालांकि यह फिलहाल समीक्षा के अधीन है। इस इकाई की जुलाई 2014 में व्यावहारिक प्रगति 97.44 फीसदी थी।


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