• प्रदर्शनकारी हद में रहें, वर्ना कड़ी कार्रवाई की जाएगी

    इस्लामाबाद ! पाकिस्तान की सेना ने सोमवार को पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) चैनल के दफ्तर में घुसे प्रदर्शनकारियों को बाहर खदेड़ उसकी सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी। प्रदर्शनकारियों के घुसने से इस्लामाबाद में चैनल का प्रसारण बाधित हो गया था। इस बीच रक्षा मंत्री स्वाजा आसिफ ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे सरकारी कामकाज में बाधा न डालें अन्यथा निर्णायक कार्रवाई की जाएगी।...

    इस्लामाबाद !  पाकिस्तान की सेना ने सोमवार को पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) चैनल के दफ्तर में घुसे प्रदर्शनकारियों को बाहर खदेड़ उसकी सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी। प्रदर्शनकारियों के घुसने से इस्लामाबाद में चैनल का प्रसारण बाधित हो गया था। इस बीच रक्षा मंत्री स्वाजा आसिफ ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे सरकारी कामकाज में बाधा न डालें अन्यथा निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच शांति वार्ता धूमिल होने की संभावना के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के प्रदर्शनकारियों ने अपना आंदोलन उग्र करते हुए पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) चैनल के भवन में प्रवेश कर गए और प्रसारण बाधित कर दिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां दागी। समाचार पत्र 'डॉन' की वेबसाइट के अनुसार, रक्षा मंत्री स्वाजा आसिफ ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे सरकारी भवनों में प्रवेश न करें, अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान में दो हफ्ते से जारी राजनीतिक संकट के समाधान के लिए कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं लेकिन वे बेनतीजा ही रही हैं। प्रदर्शनकारी जहां प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे पर अड़े हैं, वहीं सरकार में एक धड़ा वार्ता के पक्ष में है जबकि अब बहुतायत का मानना है कि प्रदर्शनकारियों के उग्र रूप को देखते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए। सेना इस समस्या के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है लेकिन वह प्रत्यक्ष रूप से इस मामले में दखल नहीं दे रही। उसका मानना है कि इस समस्या का समाधान राजनीतिक वार्ता से होनी चाहिए। उधर, शरीफ के कुछ सहयोगियों का आरोप है कि सेना प्रदर्शनकारियों को हवा दे रही है। हालांकि रक्षा मंत्री आसिफ ने इन अटकलों को खारिज किया है। इस बीच, सेना प्रमुख राहिल शरीफ देश में जारी राजनीतिक संकट को लेकर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बातचीत की है। पीटीवी के दफ्तर में प्रदर्शनकारियों के पहुंचने से करीब आधे घंटे से अधिक समय तक प्रसारण बाधित रहा। अधिकारियों ने कहा कि चैनल का प्रसारण बहाल कर दिया गया है।पीटीवी के प्रबंध निदेशक मोहम्मद मलिक ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने टेलीविजन के मुख्यालय से लाखों रुपये के कैमरे चुरा लिए और दफ्तर के अंदर केबल को भी नुकसान पहुंचाया।पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की प्रवक्ता शीरन मजारी ने कहा कि चैनल के दफ्तर पर हमले की घटना अस्वीकार्य है। हमले में शामिल लोगों को सजा मिलनी चाहिए।उधर, पीटीआई नेता इमरान खान ने कहा कि पीटीआई समर्थक पीटीवी की इमारत में नहीं घुसे थे। उन्होंने कहा कि अगर पीटीआई समर्थक इमारत के अंदर मिलते हैं, तो उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।इमरान ने कहा, "मैं प्रदर्शनकारियों से क्षेत्र के अंदर कोई भी हिंसक गतिविधि और उन कृत्यों को करने से बचने की अपील करता हूं, जिनसे पार्टी की बदनामी हो।"इससे पहले इमरान खान ने प्रदर्शनकारियों को पिछले 15 दिन के प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए शांतिपूर्ण रहने और किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि से दूर रहने के के निर्देश दिए थे।उन्होंने पीएटी के प्रमुख ताहिर-उल कादरी से भी अपने समर्थकों को शांतिपूर्ण तथा अहिंसक रहने का निर्देश देने के लिए कहा था।उधर, इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारी सचिवालय क्षेत्र से बाहर निकलकर प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़ गए थे।यह विरोध-प्रदर्शन 15 अगस्त को पीटीआई प्रमुख इमरान खान और पीएटी प्रमुख कादरी की अगुवाई में नवाज शरीफ को हटाए जाने की मांग को लेकर शुरू हुआ था। शरीफ पर वर्ष 2013 के आम चुनावों में धांधली करने का आरोप है। इमरान और कादरी नवाज से प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

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