• भारत, जापान ने क्योटो-वाराणसी साझेदारी पर किए दस्तखत

    भारत और जापान ने शनिवार को क्योटो-वाराणसी साझीदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि स्मार्ट शहरों को विकसित करते हुए विरासत को बरकरार रखने के लिए किए गए साझेदारी करार पर क्योटो के मेयर दाईसाकू काडोकावा और जापान में भारत की राजदूत दीपा गोपालन वाधवा ने दस्तखत किए। ...

    क्योटो | भारत और जापान ने शनिवार को क्योटो-वाराणसी साझीदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि स्मार्ट शहरों को विकसित करते हुए विरासत को बरकरार रखने के लिए किए गए साझेदारी करार पर क्योटो के मेयर दाईसाकू काडोकावा और जापान में भारत की राजदूत दीपा गोपालन वाधवा ने दस्तखत किए।अकबरुद्दीन ने ट्वीट किया है, "विरासत में साझीदारी। क्योटो-वाराणसी साझेदारी समझौता भारत के प्रधानमंत्री और जापान के प्रधानमंत्री की उपस्थिति में स्टेट गेस्ट हाउस में हुआ।" दूसरी ट्वीट में उन्होंने कहा है, "वाराणसी और क्योटो स्मार्ट विरासती शहर कार्यक्रम में साझेदार होंगे। राजदूत वाधवा और मेयर काडोकावा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री शिंजो आबे मौजूद थे।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पांच दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने उनका स्वागत किया। इससे पहले अकबरुद्दीन ने कहा कि क्योटो प्राचीन काल में जापान की राजधानी रही है। यह सांस्कृतिक विरासत को कायम रखते हुए प्राचीन शहरों के पुनरुद्धार के मोदी के विचार से मेल खाता शहर है। भारत में हिंदुओं का तीर्थस्थल माना जाने वाला शहर वाराणसी प्रधानमंत्री का लोकसभा क्षेत्र भी है।


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