• साले के साथ मिलकर चंद्रमोहन शर्मा ने रची खुद की हत्या की साजिश

    ग्रेटर नोएडा ! आरटीआई व आम आदमी (आप) पार्टी के कार्यकर्ता चंद्रमोहन शर्मा ने अपनी मौत की झूठी कहानी रचने के लिए हत्या की सच्ची घटना को अंजाम दिया। असल में पुलिस ने चंद्रमोहन की कार से मिले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। गुरुवार शाम को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कंट्रोल रूम में पत्रकारों के समक्ष मामले का खुलासा किया। एसएसपी डा. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि कार में मिला शव एक मानसिक रूप से विक्षप्ति व्यक्ति का था, जिसे चंद्रमोहन और उसके साले विदेश ने मारकर कार में जला दिया था। पुलिस चंद्रमोहन से पूछताछ कर बाकी के सवालों के जवाब पता लगा रही है। ...

    पत्नी से परेशान होकर उठाया कदम  साले को नौकरी और पैसे का लालच देकर दिया घटना को अंजाम ग्रेटर नोएडा !   आरटीआई व आम आदमी (आप) पार्टी के कार्यकर्ता चंद्रमोहन शर्मा ने अपनी मौत की झूठी कहानी रचने के लिए हत्या की सच्ची घटना को अंजाम दिया।  असल में पुलिस ने चंद्रमोहन की कार से मिले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। गुरुवार शाम को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कंट्रोल रूम में पत्रकारों के समक्ष मामले का खुलासा किया। एसएसपी डा. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि कार में मिला शव एक मानसिक रूप से विक्षप्ति व्यक्ति का था, जिसे चंद्रमोहन और उसके साले विदेश ने मारकर कार में जला दिया था। पुलिस चंद्रमोहन से पूछताछ कर बाकी के सवालों के जवाब पता लगा रही है। चंद्र मोहन ने गृह क्लेश को इस साजिश का कारण बताया।  चंद्रमोहन ने मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति को अपने प्लॉन का मोहरा बनाया। उसने इस शख्स को परिचौक के अंसल प्लाजा से उठाया और मारकर कार में रखा। उसमें आग लगा दी। चंद्रमोहन ने इसके लिए 30 अप्रैल को तुगलपुर के पेट्रोल पंप से एक गैलन में तीन लीटर पेट्रोल खरीदकर गाड़ी में रख लिया था। एक मई के दिन घटना को अंजाम देने के लिए चंद्रमोहन ने इसी पेट्रोल का इस्तेमाल किया। बताते चलें कि चंद्रमोहन शर्मा को पुलिस ने एक लड़की के साथ बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। लड़की को कथित तौर पर चंद्रमोहन की प्रेमिका बताय ा जा रहा है। इस प्रकार चंद्रमोहन की गिरफ्तारी से तीन महीने से चले आ रहे उस नाटकीय घटनाक्रम का पटाक्षेप हो गया, जिसमें चंद्रमोहन की पत्नी सविता शर्मा ने अपने पति की हत्या होने का केस दर्ज कराया था और आम आदमी पार्टी ने भी जमकर इस मुद्दे को उठाया था। उल्लेखनीय है कि 2 मई 2014 को जली हुई कार में एक शव मिला था। कार चंद्रमोहन शर्मा की थी और उनकी पत्नी सविता शर्मा ने कासना में रहने वाले पांच लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस पर हत्या की वारदात को हादसे का रंग देने का भी आरोप लगाया गया, हालांकि शुरुआती तफ्तीश में पुलिस को यह मामला संदेहास्पद लगा। आप पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी अपने कार्यकर्ता की हत्या को एक साजिश करार देते हुए आंदोलन खड़ा किया, लेकिन मंगलवार को बेंगलुरु से चंद्रमोहन शर्मा की गिरफ्तारी ने इस मामले को एक नए मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया था। पुलिस ने एक लड़की के साथ चंद्रमोहन को गिरफ्तार किया। मजे की बात यह रही कि जब से चंद्रमोहन शर्मा की कार में जलकर मौत होने की खबर आई, तब से लड़की भी लापता थी। लड़की  भी अल्फा-टू सेक्टर की रहने वाली थी और उसका चंद्रमोहन से कथित तौर पर प्रेम प्रसंग चल रहा था। दरअसल, लड़की के पिता को 9 अगस्त को एक नंबर से फोन आया जिसमें उनसे कहा गया कि आपकी लड़की तिरुपति बालाजी में है आकर ले जाइए। यह जानकारी परिजनों ने कासना पुलिस को दी। ठीक तीन बाद 12 और 13 अगस्त को अलग अलग नंबरों से फोन आया। ट्रेस करने पर पता लगा कि यह नंबर बेंग्लुरु का है। एसएसपी ने तीन दलों को बैंगलुरु  भेजी। वहां पूछताछ में नंबर क्वाइन पीसीओ का मिला। सीसीटीवी फुटेज में पता लगा कि पीसीओ से किसी होंडा कंपनी के कर्मचारी ने यह फोन किए। पता करने पर उस व्यक्ति को कंपनी से पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना नाम नितिन शर्मा पुत्र आर सी शर्मा बताया। लेकिन बाद में उसके हाथ में बने टैटू से उसकी असली पहचान चंद्र मोहन शर्मा  के नाम से हुई। उसके हाथ में पत्नी सविता , बेटा बंटी और खुद के नाम गुदा हुआ था।     साले को दिया था लालचचन्द्रमोहन ने साले विदेश को लालच दिया कि उसकी मौत के बाद सविता को जीवन बीमा की रकम, होंडा कंपनी से अपनी मौत पर मिलने वाली मोटी राशि और कंपनी में नौकरी मिल जाएगी। इससे सविता अपना और बच्चों की जिंदगी  भर देख भाल कर सकेगी। इस कारण चन्द्रमोहन के साथ इस साजिश में उसका साला  भी शामिल हो गया।नितिन शर्मा के नाम से कर रहा था नौकरीअपनी पहचान छिपाने के लिए चन्द्रमोहन ने नितिन शर्मा पुत्र आर सी शर्मा निवासी हिसार के नाम से फर्जी कागजात तैयार लिए थे। उसने नितिन शर्मा के नाम से फर्जी डिग्री  भी बनावा ली थी। इसी नाम से वह कोलार जिले स्थित नरसापुर में होंडा सीएल कंपनी में नौकरी कर रहा था। 

अपनी राय दें