• हजकां-भाजपा गठबंधन टूटना तय

    भिवानी/चंडीगढ़ ! हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन टूटना अब लगभग तय है और इसकी घोषणा चंडीगढ़ में गुरुवार को हो सकती है। हजकां सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई ने भिवानी जिले के लोहारू में सत्ता परिवर्तन रैली के बाद कहा, उन्होंने गुरुवार सुबह 11 बजे चंडीगढ़ में पत्रकारवार्ता बुलाई है जिसमें वह गठबंधन को लेकर अपने पत्ते खोलेंगे। जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं के मुंह से यह बात सुनकर हंसी आती है कि आज उसके पास मुख्यमंत्री पद के लिए कई उम्मीदवार हैं।...

    धोखा देना उसकी फितरत रही है। उन्होंने कहा, गत तीन सालों से मैंने सच्चे मन से भाजपा का साथ दिया और उसे अपनी पीठ  पर  ढोया। मैंने आज तक किसी को धोखा नहीं दिया बल्कि स्वार्थी लोगों से धोखे जरूर खाए:कुलदीप बिश्नोई, हजकां नेताभिवानी/चंडीगढ़ !    हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन टूटना अब लगभग तय है और इसकी घोषणा चंडीगढ़ में गुरुवार को हो सकती है।हजकां सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई ने भिवानी जिले के लोहारू में सत्ता परिवर्तन रैली के बाद कहा, उन्होंने गुरुवार सुबह  11 बजे चंडीगढ़ में पत्रकारवार्ता बुलाई है जिसमें वह गठबंधन को लेकर अपने पत्ते खोलेंगे। जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं के मुंह से यह बात सुनकर हंसी आती है  कि आज उसके पास मुख्यमंत्री पद के लिए कई उम्मीदवार हैं।उन्होंने दावा किया, भाजपा जिन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मान रही है वे तो लंबे समय से बार-बार  चुनाव हार  रहे  हैं और उन्हें तो यह तक याद नहीं कि वे पिछला चुनाव कब जीते थे। श्री बिश्नोई ने भाजपा हमला जारी रखते हुए कहा, उसके नेता देश भर में अपनी लहर  होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन वे यह बताएं कि लोकसभा चुनावों के बाद हुए उत्तरांचल के तीन विधानसभा उपचुनाव क्यों हारे तथा बिहार  विधानसभा उपचुनावों में भाजपा क्यों पिछड़  गई। उन्होंने कहा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलाने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि  यदि वह प्रदेश को एसवाईएल का पानी दिला देते हैं तो हम बिना शर्त हजकां का भाजपा में विलय करा देंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में एसवाईएल का पानी पंजाब की बादल सरकार ने रोक रखा है और बादल का भाजपा के साथ गठबंधन हैं। उन्होंने लोगों से वादा किया कि अगर उन्हें मौका दिया तो वह हर हालत में राज्य को एसवाईएल का पानी दिलाएंगे।विधानसभा में 45-45 सीटों का था समझौताहजकां-भाजपा के लिए लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले गठबंधन का ऐलान हो गया था। जिसमें लोकसभा चुनावों में भाजपा को अधिक सीटें दी गई थी। लेकिन राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों में दोनों दलों को 45-45 सीटों पर चुनाव लडऩे की सहमति बनी थी। साथ ही साथ सरकार बनने पर ढाई-ढाई साल के लिए दोनों ही दलों से मुख्यमंत्री बनने पर सहमति बनी थी। लेकिन अब भाजपा ने मुख्यमंत्री पद पर अपना दाव ठोक दिया है।मिलकर लड़े थे लोकसभा चुनावइस साल हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा और हजकां पार्टी के बीच गठबंधन था। हरियाणा की दस सीटों में से 8 पर भाजपा और 2 पर हरियाणा जनहित कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे। चुनाव परिणाम में भाजपा के खाते में 7 सीटें गई जबकि हजकां को कोई सीट नहीं मिल पाई, कुलदीप बिश्नोई खुद भी चुनाव हार गए। हरियाणा में भाजपा को मिली बड़ी सफलता के बाद ही इस गठबंधन को लेकर कयास लगाए जाने लगे थे।नहीं हो पाई अमित शाह व बिश्नोई की मुलाकातहरियाणा में भाजपा-हजकां के बीच गठबंधन पर चर्चा को लेकर होने अमित शाह व कुलदीप बिश्नोई की मुलाकात नहीं हो पाई। तय समय से 15 मिनट देर से पहुंचने के कारण अमित शाह ने कुलदीप विश्वनोई से मुलाकात करने से इनकार कर दिया, जिस समय बिश्नोई भाजपा अध्यक्ष से मिलने के लिए पहुंचे वह पार्टी के दूसरे कार्यक्रम में हिस्सा लेने निकल चुके थे। बिश्नोई के आने की सूचना मिलने के बाद भी उन्होंने जब कोई जवाब नहीं दिया तो बाद में कुलदीप बिश्नोई वापस लौट गए। अमित शाह का यह रवैये हरियाणा में भाजपा-हजकां के बीच बढ़ते मतभेदों को जाहिर कर रहा है। सूत्रों के अनुसार अमित शाह की इच्छा भी बिश्नोई से मिलने की नहीं थी।

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