• चीन की पनबिजली कंपनी परमाणु क्षेत्र में करेगी निवेश

    चीन की थ्री गोर्जेज कॉरपोरेशन (जीटीजीसी) परमाणु बिजली क्षेत्र में कदम रखेगी। कंपनी ने इसके लिए चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉरपोरेशन के साथ एक समझौता किया है। यह जानकारी कंपनी ने एक बयान जारी कर दी। जीटीजीसी चीन की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, जीटीजीसी की सहायक कंपनी चाइना यांग्जे पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने एक बयान जारी कर कहा कि 22 अगस्त को हस्ताक्षरित समझौते के तहत दोनों कंपनियां संयुक्त तौर पर घरेलू परमाणु बिजली परियोजनाओं, शोध और नई परमाणु प्रौद्योगिकी के विकास में निवेश करेंगी...

    बीजिंग | चीन की थ्री गोर्जेज कॉरपोरेशन (जीटीजीसी) परमाणु बिजली क्षेत्र में कदम रखेगी। कंपनी ने इसके लिए चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉरपोरेशन के साथ एक समझौता किया है। यह जानकारी कंपनी ने एक बयान जारी कर दी। जीटीजीसी चीन की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, जीटीजीसी की सहायक कंपनी चाइना यांग्जे पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने एक बयान जारी कर कहा कि 22 अगस्त को हस्ताक्षरित समझौते के तहत दोनों कंपनियां संयुक्त तौर पर घरेलू परमाणु बिजली परियोजनाओं, शोध और नई परमाणु प्रौद्योगिकी के विकास में निवेश करेंगी।जीटीजीसी परमाणु बिजली संबंधी अपने निवेश चाइना यांग्जे पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से करती है। समझौते के मुताबिक दोनों कंपनियां मध्य चीन के हुनान प्रांत में ताओहुआजियांग परमाणु संयंत्र को प्रमोट करेंगी। इसका निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। इसमें 10.9 अरब डॉलर का निवेश होना है और इसकी स्थापित क्षमता 50 लाख किलोवाट होगी। कंपनी अभी सिर्फ पनबिजली क्षेत्र में कारोबार करती है। कंपनी थ्री गोर्जेज बांध का संचालन करती है, जो दुनिया की सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना है।


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