• राजस्थान का सेवक बनकर जयपुर जा रहा हूं : कल्याण सिंह

    लखनऊ ! राजस्थान के नवनियुक्त राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा है कि उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने सर्वोच्च न्यायालय जाकर गवर्नर पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। राज्यपाल पद की मर्यादा होती है, जिसका पालन किया जाना चाहिए। मैं गवर्नर बनकर नहीं बल्कि राजस्थान का सेवक बनकर जयपुर जा रहा हूं। राजस्थान के राज्यपाल नियुक्त होने के बाद अपने आवास पर आईपीएन से हुई बातचीत में कल्याण सिंह कहा कि राज्यपाल पद की गरिमा और मर्यादा होती है और मैं इसका पालन करूंगा।...

    लखनऊ !   राजस्थान के नवनियुक्त राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा है कि उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने सर्वोच्च न्यायालय जाकर गवर्नर पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। राज्यपाल पद की मर्यादा होती है, जिसका पालन किया जाना चाहिए।   मैं गवर्नर बनकर नहीं बल्कि राजस्थान का सेवक बनकर जयपुर जा रहा हूं। राजस्थान के राज्यपाल नियुक्त होने के बाद अपने आवास पर आईपीएन से हुई बातचीत में कल्याण सिंह कहा कि राज्यपाल पद की गरिमा और मर्यादा होती है और मैं इसका पालन करूंगा।भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने राजस्थान में चुनौतियों के सवाल पर कहा कि वहां भाजपा की सरकार है और दृढ़ संकल्प रखने वाली मुख्यमंत्री हैं, मुझे वहां किसी भी तरह की चुनौती नहीं है। राज्यपाल पद की नई जिम्मेदारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि सक्रिय राजनीति में मैंने छह दशक से ज्यादा समय बिताया है, बहुत सारे उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन राज्यपाल का पद संवैधानिक है इसलिए इस पद की गरिमा के अनुसार अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा। मन का मजबूत हूं, इसलिए किसी भी स्थिति परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहता हूं। राज्यपाल बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने निर्णय सुना दिया और कार्यकर्ता होने के नाते मैंने इसे स्वीकार कर लिया। पार्टी ने जो निर्णय लिया है, उसका पालन तो करना ही पड़ेगा। उन्होंने उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी के सर्वोच्च न्यायालय में हटाए जाने को चुनौती देने के सवाल पर कहा कि जब नई सरकार आती है तो उसे लगता है कि उसकी तरफ से नियुक्त राज्यपाल बेहतर कर सकता है, लिहाजा वो इस आधार पर राज्यपालों की नियुक्ति करती है। पिछली सरकार ने भी ऐसा ही किया था। अच्छा होता कि नई सरकार आने के बाद ही राज्यपाल नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया बल्कि न्यायालय जाकर पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने बताया कि वे 27 अगस्त को दिल्ली जा रहे हैं, वहां कुछ जिम्मेदार लोगों से मुलाकात करेंगे इसके बाद वे जयपुर जाकर शपथ ग्रहण करने की तिथि तय करेंगे।

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