• भारत की जबरदस्त कार्रवाई से पाक का तोपखाना शांत

    जम्मू कश्मीर ! जम्मू सीमा पर रात 12 बजे के बाद से ही शांति बनी हुई है। दरअसल भारत की ओर से दिए गए जबरदस्त जवाब के कारण पाक सेना संभल नहीं पा रही है। भारतीय पक्ष की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाक तोपखाने शांत हो चुके हैं पर यह शांति के प्रतीक नहीं माते जा सकते क्योंकि खतरा अभी बरकरार है। यही कारण था कि जिन सीमांत गांवों में पिछले 15 दिनों से गोलाबारी हो रही थी वहां से पलायन का क्रम और तेज हो गया है। ...

    डीजीएमओ स्तर की बैठक में फ्लैग मीटिंग पर बनी सहमति जम्मू कश्मीर !  जम्मू सीमा पर रात 12 बजे के बाद से ही शांति बनी हुई है। दरअसल भारत की ओर से दिए गए जबरदस्त जवाब के कारण पाक सेना संभल नहीं पा रही है। भारतीय पक्ष की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाक तोपखाने शांत हो चुके हैं पर यह शांति के प्रतीक नहीं माते जा सकते क्योंकि खतरा अभी बरकरार है। यही कारण था कि जिन सीमांत गांवों में पिछले 15 दिनों से गोलाबारी हो रही थी वहां से पलायन का क्रम और तेज हो गया है। आसपास के गांवों से भी लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। इस बीच भारत-पाक के बीच डीजीएमओ लेवल की वार्ता हो गई है जिसमें भारत ने सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं पर रोष जताया है। पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा 15 दिन तक की गई लगातार गोलीबारी और इधर से आक्रामक जवाबी कार्रवाई के बाद जम्मू सेक्टर में भारत-पाक सीमा पर बंदूकें शांत हो गई हैं। बीते 15 दिनों में हुए संघर्ष विराम के इन 22 उल्लंघनों में 3 नागरिक मारे गए और 17 अन्य घायल हो गए। बीएसएफ के अधिकारी विनोद यादव ने बताया कि सीमाएं शांत हैं। जम्मू फ्रंटियर में अंतरराष्टï्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का कोई उल्लंघन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कड़ी जवाबी कार्रवाई के बाद बंदूकें शांत पड़ गई हैं। आरएस पुरा के एसडीपीओ पुलिस अधिकारी देवेंद्र सिंह ने कहा कि 'पंद्रह दिन तक चली गोलाबारी के बाद रात के समय सीमा पर शांति रही। पूरी सीमा पट्टी उसके कारण अशांत रही थी। उस समय स्थिति से निपटना मुश्किल था। पंद्रह दिन से कम समय में पाकिस्तान 22 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका है। अगस्त में पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम के कुल 23 उल्लंघन किए गए। 16 जुलाई के बाद से अब तक 33 संघर्ष विराम उल्लंघन हो चुके हैं। इस बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा बार-बार तोड़े जा रहे सीजफायर के बीच मंगलवार को दोनों देशों के बीच डीजीएमओ लेवल की वार्ता हो गई है। वार्ता में दोनों देश फ्लैग मीटिंग के लिए राजी हुए। वैसे यह वार्ता हर हफ्ते होती है, लेकिन पाक के रवैए में किसी प्रकार को कोई फर्क पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है। पाक की ओर से जारी इस बेवजह फायरिंग के बाद भारत सरकार ने सेना को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए आजाद छोड़ दिया है। ऐसी जानकारी मिली है कि इस वजह से पाक को भारत की तुलना में चार गुना नुकसान उठाना पड़ा है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस वर्ष 16 अगस्त को पाक की ओर से शुरू की गई फायरिंग के बाद से भारतीय सेना ने जो जवाबी कार्रवाई की, उसमें पड़ोसी मुल्क के कुल 8 लोग मारे गए। मारे गए लोगों में सेना के जवान, लश्कर के आतंकी और आम नागरिक भी शामिल हैं। वहीं, इस समयावधि में भारत के भी तीन नागरिकों ने जान गंवाई। यह सारी घटना इसी जम्मू सीमा पर हुई है जहां का दौरा कर इस संवाददाता ने सूरते हाल को जाना। बीएसएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने अगस्त मध्य में जब सीजफायर उल्लंघन किया था तो हमने मुंहतोड़ जवाब दिया। हम संख्याबल और हथियारों के मामले में पाकिस्तानी रेंजरों के मुकाबले तीन गुने हैं।

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