वृंदावन(उत्तर प्रदेश) | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई की कार्य समिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार को यहां भगवान श्रीकृष्ण के कर्मयोग के संकल्प के साथ शुरू हुई। केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने बैठक का उद्घाटन किया और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने का संकल्प दोहराया। मिश्र ने कार्य समिति के सदस्यों का आह्वान करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में निरकुंश सरकार को सूबे से उखाड़ फेंकने के लिए हमें संघर्ष के लिए कमर कस लेनी है। हमें भाजपा के नेतृत्व में एक जन कल्याणकारी सरकार की स्थापना करनी है।लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली अभूतपूर्व विजय की चर्चा करते हुए मिश्र ने कहा कि पूर्व की केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण ही जनता ने नरेंद्र मोदी को विकल्प के रूप में चुना। उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भी मनमोहन सिंह गैर संवैधानिक पद पर बैठी कांग्रेस मुखिया के आदेशों का अनुपालन करते थे, जिसके दुष्परिणाम देश के अंदर भयंकर घोटाले और महंगाई के रूप में सामने आए।"मिश्र ने पार्टी नेताओं से कहा, "वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिकता के नाम पर सरकार समाज को बांटने का काम कर रही है। तुष्टिकरण की नीति पराकाष्ठा पर पहुंच चुकी है। ऐसे में हमें उपचुनाव के साथ ही 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसकर तैयार हो जाना है।" उन्होंने पार्टी के अंदर मनमुटाव की ओर भी इशारा किया और कहा कि आपसी मतभेदों को भुलाकर पार्टी के चुनाव चिन्ह को अपना प्रत्याशी मानकर हमें काम करना होगा और यही भाव सबके अंदर जगाना होगा।इससे पहले उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने गीता का संदेश सुनाते हुए कार्य समिति के सदस्यों को भगवान श्रीकृष्ण के कर्मयोग का संकल्प याद दिलाया और कहा कि इसी के साथ आने वाले 11 विधानसभा और एक लोकसभा उपचुनाव और फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को विजय दिलाना है।उन्होंने कहा, "उप्र में भाजपा की सरकार बनाना ही इस समय हम सभी कार्यकर्ताओं का लक्ष्य है, लेकिन तात्कालिक चुनौती उपचुनाव जीतने की है।"वाजपेयी ने अपने संबोधन में जहां प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार पर जमकर हमला बोला, वहीं केंद्र की मोदी सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मात्र 65 दिनों में जितना काम कर दिया है, वह दुनिया के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने शपथ लेने के बाद ही विदेशों में जमा काला धन वापस लाने के लिए एसआईटी का गठन किया और उसपर काम भी करना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सूबे में बिजली, पानी से लेकर मूलभूत सुविधाओं की घोर समस्या है। उन्होंने कहा, "यहां पूरी सरकारी मशीनरी जन विरोधी हो गई है और जनता का उत्पीड़न जारी है।"वाजपेयी ने कहा कि अगर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी तो किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कृषि आयोग गठित किया जाएगा। उद्घाटन सत्र में पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नकवी, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, मथुरा से सांसद हेमा मालिनी, पूर्व सांसद लालजी टंडन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, राज्यसभा सांसद कुसुम राय सहित कई नेता मौजूद थे।