नागपुर ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार देश के सभी गांवों तक बिजली पहुंचाने की कोशिश करेगी ताकि उनका विकास हो सके। मोदी ने यहां एक रैली में कहा, "किसी भी देश के विकास के लिए अधोसंरचना सबसे जरूरी होता है, जिससे खुद ही विकास होता है। सभी अधोसंरचना परियोजनाओं में बिजली सबसे जरूरी है। मैं देश के सभी गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करुं गा।"इससे पहले प्रधानमंत्री ने एनटीपीसी के मौदा सुपर ताप बिजली परियोजना के 1,000 मेगावाट (2 गुणा 500 मेगावाट) के पहले चरण का उद्घाटन किया, जिस पर 5,495 करोड़ रुपये का खर्च आया है।इससे महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू और कश्मीर, गोवा, दमन और दीव तथा दादर एवं नगर हवेली को बिजली मिलेगी।मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने देश और नेपाल तथा भूटान जैसे पड़ोसी क्षेत्रों में बिजली संबंधी परियोजनाओं को सबसे अधिक अहमियत दी है।प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को उनकी सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता देगी और उसके लिए हर संभव कोशिश करेगी।मोदी ने राज्य के विदर्भ क्षेत्र पर किसानों की आत्महत्या पर चिंता प्रकट की।मोदी ने बताया कि किसानों ने उन्हें बताया है कि पानी जमीन से 20-25 मीटर नीचे मिलता है और सूखे के दौरान बिजली नहीं होने से वे पानी निकाल कर सिंचाई नहीं कर सकते हैं।उन्होंने कहा, "देश में सौर ऊर्जा की भी काफी संभावना है। कभी इसे काफी महंगा माना जाता था, लेकिन आज यह महंगा नहीं है और लंबे समय में यह सस्ता पड़ता है।"उन्होंने कहा, "हमें इसे लागू कर यह सुनिश्चित करना चाहिए हर परिवार अपने जरूरत की बिजली अपने घर के छत पर ही पैदा कर ले।"रैली में महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पीयूष गोयल भी मौजूद थे।मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, उप मुख्यमंत्री अजित पवार तथा राज्य में कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक हालांकि इसमें शामिल नहीं हुए।एमएसटीपीपी के दूसरा चरण पर 7,920 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसके चालू होने के बाद मौदा परियोजना राज्य में एनटीपीसी की सबसे बड़ी परियोजना होगी।दोनों चरणों के शूरू होने के बाद यह परियोजना कुल 2,320 मेगावाट बिजली उत्पादन करने में सक्षम होगी।