• पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ बातचीत के लिए राजी

    इस्लामाबाद ! पकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के साथ 2013 के आम चुनावों में हुई कथित हेराफेरी के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हो गई है। यह जानकारी मीडिया रपटों से मिली। पीटीआई के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तानी दैनिक डॉन को फोन पर बताया कि उनकी पार्टी सरकार के साथ बातचीत के लिए तैयार है। कुरैशी ने कहा, "हम आशा करते हैं कि सरकार हमारी मांगों को गंभीरता से लेगी।"...

    इस्लामाबाद !   पकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के साथ 2013 के आम चुनावों में हुई कथित हेराफेरी के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हो गई है। यह जानकारी मीडिया रपटों से मिली। पीटीआई के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तानी दैनिक डॉन को फोन पर बताया कि उनकी पार्टी सरकार के साथ बातचीत के लिए तैयार है।कुरैशी ने कहा, "हम आशा करते हैं कि सरकार हमारी मांगों को गंभीरता से लेगी।"उन्होंने कहा, "हमारी रणनीति साफ है। हम लोकतंत्र को मजबूत बनाना चाहते हैं, न कि इसे कमजोर करना चाहते हैं, जैसा कि हमारे बारे में धारणा बनाई जा रही है।"कुरैशी ने कहा कि पीटीआई के पास छह सूत्री एजेंडा है, जिसे बातचीत में रखा जाएगा। उन्होंने हालांकि इस बारे में मीडिया को बताने से साफ मना कर दिया।उन्होंने कहा, "हमारी राय स्पष्ट है। हम शांतिपूर्ण तरीके से रहना चाहते हैं।"इससे पहले, पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख मौलाना ताहिर उल-कादरी ने अपने समर्थक प्रदर्शकारियों से संसद भवन घेरने का आग्रह किया। हालांकि उन्होंने नेशनल एसेंबली की पवित्रता बरकरार रखने का भी आग्रह किया।कादरी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति सेना पर हमला करता है, तो उसका पार्टी से या उनसे कोई संबंध नहीं रहेगा। उन्होंने समर्थकों से कहा, "यदि सेना से आपका सामना होता है, तो उनके पक्ष में नारे लगाएं।"पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के प्रदर्शनकारी बुधवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से इस्तीफे की मांग करते हुए संसद भवन तक पहुंच गए।राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारी सुरक्षा घेरे को पार कर प्रतिबंधित 'रेड जोन' में प्रवेश कर गए, जहां राजनयिक भवन, प्रधानमंत्री भवन सहित दूसरे कई महत्वपूर्ण सरकारी भवन हैं।इस बीच, पाकिस्तान की सेना ने बुधवार को देश में चल रहे राजनीतिक संकट का हल निकालने के लिए वार्ता की पेशकश की।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल असीम बाजवा ने कहा कि इस समय धर्य, अक्लमंदी और दूरदर्शिता से काम लेने की जरूरत है। उन्होंने राष्ट्रीय और जन हित को ध्यान में रखते हुए जारी गतिरोध का हल ढूंढ़ने के लिए अर्थपूर्ण वार्ता की बात की।बाजवा ने कहा कि 'रेड जोन' में स्थित भवन राष्ट्र के प्रतीक हैं और सेना की सुरक्षा में हैं। इसलिए राष्ट्रीय प्रतीकों की पवित्रता का सम्मान होना चाहिए।पूर्व क्रिकेटर और राजनीतिज्ञ इमरान खान का दावा है कि 2013 के आम चुनावों में भारी हेराफेरी हुई थी और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने झूठे जनादेश के बल पर सरकार बनाई। खान शरीफ के इस्तीफे और नए सिरे से आम चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।

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