चेन्नई | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण में कथित स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी की जांच कर रही मुकुल मुद्गल समिति ने बुधवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन और उनके दामाद गुरुनाथ मेयप्पन से इस मामले में कोई भी पूछताछ नहीं हुई है। गौरतलब है कि मीडिया में आई कुछ खबरों में बताया गया था कि श्रीनिवासन और मेयप्पन से इस संबंध में पूछताछ की गई है।समिति ने 15 और 16 अगस्त को बैठक कर समिति के सदस्यों एवं अन्य अधिकारियों से जांच के बारे में विचार विमर्श किया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी और जांच समिति के सचिव विदुष्पत सिंघानिया ने एक संयुक्त बयान जारी कर इन खबरों का भी खंडन किया कि जांच समिति खिलाड़ियों से पूछताछ करने के लिए इंग्लैंड जाने की तैयारी कर रही है। जारी बयान में कहा गया है, "समिति साफ करना चाहती है कि इसका कोई भी सदस्य जांच के दूसरे चरण के तहत श्रीनिवासन या मेयप्पन से 15-16 अगस्त 2014 को चेन्नई या किसी और स्थान पर नहीं मिला। साथ ही समिति का इरादा देश से बाहर जाकर खिलाड़ियों से पूछताछ करने का भी नहीं है। समिति को मालूम है कि जारी श्रृंखला के दौरान पूछताछ से टीम के प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है।" गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने इसी साल मार्च में श्रीनिवासन को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला दिया था। न्यायालय के अनुसार जब तक श्रीनिवासन का नाम इस विवाद से हट नहीं जाता तब तक वह अध्यक्ष पद नहीं संभाल सकते।समिति को अपनी जांच रिपोर्ट इसी महीने के अंत में उच्चतम न्यायालय के समक्ष पेश करनी है।