नई दिल्ली ! भारतीय वायुसेना में अब महिला अधिकारी भी युद्ध में सक्रिय रूप से शामिल हो सकेंगी। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरुप राहा ने एक साक्षात्कार में इस आशय का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में इसकी प्रबल संभावना दिखती है। उन्होंने उल्लेख किया कि वायुसेना ने महिलाओं को शार्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) के तौर पर शामिल करने के लिए सभी शाखाओं को खोल रखा है। केवल लड़ाकू उड़ान शाखा में महिलाएं शामिल नहीं की जा रही हैं।उन्होंने कहा, महिलाओं के युद्ध में उड़ान में शामिल होने की संभावना भी प्रबल लग रही है। प्रक्रियागत मंजूरी के कारण इस फैसले को आकार लेने में हालांकि कुछ समय लग सकता है, लेकिन वायुसेना प्रमुख के बयान से यह साफ संकेत है कि इस बारे में सकारात्मक फैसला संभवत: आकार ले चुका है और शीघ्र ही इसकी घोषणा भी हो सकती है। असल में अभी तक महिला अधिकारी सेना के तीनों अंगों में ली जाती है, लेकिन जहां दुश्मन की सीधी गोलीबारी होती है वहां उन्हें नहीं रखा जाता है। लेकिन वैश्विक परिपाटी को ध्यान में रखते हुए और उनसे तालमेल बनाते हुए महिलाओं को लड़ाकू भूमिका में लेने की मांग की जा रही है। इसका कारण संभवत: अधिकारियों की कमी को पूरा करना भी हो सकता है। वायुसेना और उसके बाद अन्य दो अंगों में महिलाएं इस भूमिका में आ सकेंगी।