• तेलंगाना : एक ही दिन में पूरा हुआ परिवार सर्वेक्षण

    हैदराबाद ! तेलंगाना की चार करोड़ जनता की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए मंगलवार को घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया गया। एक ही दिन में कराया गया यह देश के किसी भी राज्य में अपनी तरह का पहला सर्वेक्षण है। सर्वेक्षण को ऐतिहासिक करार देते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने सहयोग करने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया। ...

    हैदराबाद ! तेलंगाना की चार करोड़ जनता की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए मंगलवार को घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया गया। एक ही दिन में कराया गया यह देश के किसी भी राज्य में अपनी तरह का पहला सर्वेक्षण है। सर्वेक्षण को ऐतिहासिक करार देते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने सहयोग करने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया। करीब चार लाख सरकारी कर्मचारियों ने राजधानी हैदराबाद सहित राज्य के 10 जिलों के करीब एक करोड़ परिवारों में से 90 प्रतिशत का सर्वेक्षण किया। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने विपक्ष के उन आरोपों को खारिज किया है, जिनमें कहा गया है कि इस कदम का लक्ष्य हैदराबाद में रह रहे आंध्र प्रदेश के लोगों को अलग-थलग करना है। सरकार का कहना है कि वह इन आंकड़ों के जरिए उन लोगों की पहचान कर रही है, जिन्हें सरकारी योजनाओं का वास्तव में लाभ मिलना चाहिए। सर्वेक्षण की शुरुआत सुबह सात बजे राज्यभर में हुई। घर-घर शुरू हुए सर्वेक्षण में लाभार्थी का नाम, उम्र, शैक्षणिक योग्यता, पेशा, आधार कार्ड नंबर, बैंक खाता नंबर, संपत्ति और अन्य पारिवारिक जानकारियों को दर्ज किया गया। एक तरफ जहां ऐसी आशंकाएं व्याप्त हैं कि सर्वेक्षण हैदराबाद में रहने वाले आंध्र प्रदेश के निवासियों को अलग-थलग करने के लिए किया जा रहा है, वहीं इसके विपरीत इस सर्वेक्षण में लाभार्थी के रिहायश का कॉलम शामिल नहीं किया गया है। इस प्रक्रिया के लिए सरकार ने आज राज्य में छुट्टी घोषित कर दी थी जिससे तेलंगाना में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। दुकानें, पेट्रोल पंप, होटल, सिनेमाघर, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, कंपनियां, कारखाने और शिक्षण संस्थान बंद रहे। सड़क परिवहन निगम (आरटीसी) की बसें सड़कों से नदारद रही। सरकार ने दुकानदारों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के मालिकों को आदेश का उल्लंघन न करने की चेतावनी दी थी। देशभर में मौजूद तेलंगाना के लोग इस सर्वेक्षण का हिस्सा बनने के लिए अपने शहरों और गांवों में पहुंचे थे। हैदराबाद में मौजूद लोग जिन्होंने अपने जिलों में जानकारियां दर्ज कराई हैं, वे भी अपने घर को लौट गए। सिंचाई मंत्री हरीश राव ने कहा कि विपक्षी पार्टियों द्वारा फैलाई गई गलत जानकारी के बावजूद भी सर्वेक्षण को बड़ी सफलता मिली है, जबकि कई लोग स्वयंसेवा की भावना से आगे आए हैं। उन्होंने कहा, "सरकार उन परिवारों के बारे में जानकारी चाहती है, जिन्हें राशन कार्ड, घर और पेंशन जैसी सुविधाओं की जरूरत है। आंकड़ा योजनाओं को बेहतर बनाने और सभी जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करेगा।"टीआरएस सरकार का कहना है कि विश्वसनीय आंकड़ों की कमी की वजह से कल्याणकारी योजनाओं को बनाने और उसे लागू करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और राज्यपाल ने हैदराबाद में जारी सर्वेक्षण के दौरान अपने विवरण दर्ज कराए। अधिकारियों ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के बेगमपेट स्थित आधिकारिक आवास पर उनका और उनके पारिवारिक सदस्यों का ब्यौरा इक्कट्ठा किया। जीएचएमसी आयुक्त सोमेश कुमार ने राज्यपाल ई.एस.एल.नरसिम्ह्न से राज भवन में मुलाकात कर उनसे संबंधित सूचनाएं इक्कट्ठा कीं। नरसिम्ह्न ने फार्म भरा और सूचनाएं साझा की। कुछ अधिकारी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू के जुबली हिल्स स्थित आवास पर गए। नायडू और उनके पारिवारिक सदस्यों की गैर मौजूदगी में उनके सचिव से ब्यौरा लिया गया।

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