• श्रीनगर में बंद से जनजीवन प्रभावित

    कश्मीरी पंडितों द्वारा तीर्थ यात्रा की घोषणा के खिलाफ अलगाववादियों के बंद के आह्वान और इसके बाद लगाए गए आधिकारिक प्रतिबंधों के कारण श्रीनगर में शनिवार को आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। कश्मीर घाटी के बड़े शहरों में दुकाने, सार्वजनिक परिवहन और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। हालांकि, सरकारी दफ्तरों, बैंकों और डाकघरों में कामकाज सामान्य तरीके से जारी है। ...

    श्रीनगर | कश्मीरी पंडितों द्वारा तीर्थ यात्रा की घोषणा के खिलाफ अलगाववादियों के बंद के आह्वान और इसके बाद लगाए गए आधिकारिक प्रतिबंधों के कारण श्रीनगर में शनिवार को आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। कश्मीर घाटी के बड़े शहरों में दुकाने, सार्वजनिक परिवहन और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। हालांकि, सरकारी दफ्तरों, बैंकों और डाकघरों में कामकाज सामान्य तरीके से जारी है। प्रशासन ने खानयार, नाउहाटा, रैनावाड़ी, एम.आर.गुंज और साफा कडाल इलाके में प्रतिबंध लगाया गया है और श्रीनगर शहर, बारामुला, सोपोर, अनंतनाग और अन्य शहरों में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "शांति को भंग करने की कोशिश करने वाले असमाजिक तत्वों को रोकने के लिए इन इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए हैं।" कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी ने घाटी में शनिवार को कौसारनाग यात्रा के खिलाफ बंद का आह्वान किया। कश्मीरी पंडितों का कहना है इस यात्रा की शुरुआत उनके पूर्वजों ने की थी। उन्होंने यह भी कहा कि 90 के दशक की शुरुआत में घाटी में हिंसा शुरू होने पर यह यात्रा रोक दी गई थी। प्रशासन ने गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक और शबीर शाह को श्रीनगर में नजरबंद कर दिया है। जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ)के प्रमुख मुहम्मद यासिन मलिक को शुक्रवार को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया।


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